AIIMS में बच्चों और तीमारदारों को बाल कैंसर के प्रति किया जागरुक

punjabkesari.in Wednesday, Sep 29, 2021 - 02:51 PM (IST)

 

ऋषिकेश/देहरादूनः उत्तराखंड के देहरादून जनपद अंतर्गत, ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतरराष्ट्रीय बाल कैंसर जन-जागरुकता माह के अंतर्गत, आयोजित एक कार्यक्रम में मंगलवार को बच्चों और उनके तीमारदारों को बाल कैंसर के प्रति जागरुक किया गया।

एम्स के अकादमिक संकाय अध्यक्ष (डीन) प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने मुख्य वक्ता के रूप में बच्चों तथा उनके तीमारदारों को बाल कैंसर से जुड़े तथ्यों से अवगत करवाते हुए बताया कि कैंसर न सिर्फ वयस्क लोगों, बल्कि बच्चों को भी ग्रसित कर सकता है। उन्होंने बताया कि यदि समय पर बाल कैंसर की जांच करवाई जाए तो इसे जड़ से समाप्त किया जा सकता है। इसलिए बाल कैंसर को लेकर बच्चों के अभिभावकों को जागरुक होना होगा। उन्होंने बताया कि एम्स ऋषिकेश में बाल कैंसर निवारण को लेकर कैंसर ओपीडी सुविधा, रेडियो थेरेपी, कीमो थेरेपी आदि सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। |

वहीं बाल शल्य चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. सत्यश्री ने बताया कि कैंसर ग्रसित मरीज के लिए समय पर अस्पताल में अपनी जांच करवानी जरुरी होती है, तभी कैंसर जैसी घातक बीमारी का समय पता लगाया जा सकता है और उपचार शुरू किया जा सकता है। उन्होंने इस बीमारी में किसी भी तरह की लापरवाही को जीवन के लिए घातक बताया। मेडिकल ओंकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. उत्तम कुमार नाथ ने बताया कि रक्त से होने वाले कैंसर का जड़ से खात्मा भारत में भी संभव है। उन्होंने बताया कि एम्स में कई ऐसे बच्चों की बीमारी का निराकरण किया जा चुका है, जो रक्त कैंसर से ग्रसित थे। उन्होंने बताया कि मरीज समय से अस्पताल में समुचित जांच करवाएं तो रक्त कैंसर को भी जड़ से खत्म किया जा सकता है। इस अवसर पर लोगों द्वारा पूछे गए कैंसर विषय से जुड़े सवालों के मेडिकल ओंकोलॉजी विभाग की फैकल्टी डॉ. अमित सहरावत ने जवाब दिया।

इस अवसर पर कैन किड्स संस्था की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रीति रस्तोगी ने बताया कि उनकी संस्था कैंसर से ग्रसित बच्चों के उपचार में दवा और आर्थिक सहायता करती है। इसके लिए कैन किड्स संस्था का एम्स, ऋषिकेश से वर्ष 2019 में करार हुआ था, जिसके तहत पिछले 2 वर्षों में एम्स में उपचार करवाने वाले बच्चों को संस्था की ओर से हरसंभव मदद दी जा रही है। उन्होंने बताया कि संस्था इस जंग से जूझ रहे बच्चों व उनके परिजनों के साथ खड़ी है। प्रीति ने बताया कि इस वर्ष आई डिजर्व एक्सेस एनिवेयर एनी टाइम थीम पर सितंबर माह बाल कैंसर जनजागरुकता महीना मनाया जा रहा है।
 


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Nitika

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