साथियों ने ही की थी अधिवक्ता की हत्या, पुलिस ने किया खुलासा

punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2017 - 10:33 AM (IST)

रुड़की: राज्य के रुड़की जिले से लापता अधिवक्ता की हत्या हो गई है। पुलिस ने इस पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया है। हत्या 3 लाख रुपए की सुपारी देकर करवाई गई है। हत्या करवाने वाले कोई और नहीं बल्कि उसके 2 कारोबारी साथी ही हैं। गंगनहर में फैंक कर अधिवक्ता की हत्या की गई है। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि एक आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने हत्यारोपियों की निशानदेही पर उसकी स्कूटी बरामद कर ली है। अधिवक्ता का शव अभी बरामद नहीं हुआ है, इसके लिए गंगनहर को खंगाला जा रहा है।

गंगनहर कोतवाली में बीती देर शाम पत्रकार वार्ता में एस.पी. देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि 14 सितम्बर को मोहम्मदपुर पांडा गांव निवासी पवन कुमार ने गंगनहर कोतवाली आकर बताया कि उनका दामाद एवं अधिवक्ता पुष्पेन्द्र निवासी कृष्णानगर 13 सितम्बर से लापता है व उनकी सभी सम्भावित स्थानों पर तलाश की गई, लेकिन कोई पता नहीं चला। इस पर पुलिस ने मोबाइल नम्बर के आधार पर पुष्पेन्द्र की तलाश शुरू की। जानकारी करने पर पता चला कि पुष्पेन्द्र का फाइनांस का भी काम था व उनके साथ श्याम कुमार पुत्र बाबू निवासी गली नं.-13 कृष्णानगर एवं सौरभ उर्फ ङ्क्षचटू पुत्र नरेश निवासी गली नं.-14 कृष्णानगर भी कारोबार में शामिल है। जांच-पड़ताल में कुछ ऐसी बातें सामने आईं, जिससे पुलिस को श्याम कुमार और सौरभ की हरकतों पर संदेह हुआ। पुलिस ने हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। शुरू में तो दोनों ने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन अपनी ही बताई कुछ बातों में वह फंस गए। सख्ती से पूछताछ में उन्होंने बताया कि पुष्पेन्द्र की कारोबार पर बहुत अच्छी पकड़ थी। वह पुष्पेन्द्र से पूरा कारोबार हथियाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

इसके लिए श्याम कुमार ने अपने साथी तरुण त्यागी उर्फ बिट्टन निवासी फाजिलपुर इकबालपुर हाल निवासी शिव मंदिर गीतांजलि विहार और सुनील उर्फ अजय पुत्र सेवाराम निवासी कुलेड़ा थाना मंगलौर से सम्पर्क किया और पूरी बात बताई।इन दोनों ने गुलजार पुत्र तारिक निवासी कूटखास थाना रोहटा जिला मेरठ एवं गुल्फाम पुत्र तारिक निवासी कूटखास थाना रोहटा मेरठ से सम्पर्क किया। हत्या के लिए 3 लाख रुपए मांगे। सौरभ और श्याम कुमार इसके लिए तैयार हो गया। इसके लिए पूरी एक योजना बनाई, योजना के तहत 13 सितम्बर की शाम को पुष्पेन्द्र को बहाने से बुलाया। पुष्पेन्द्र अपनी स्कूटी से गणेशपुर पुल के समीप पहुंचा, यहां श्याम कुमार और सौरभ ने उसे शराब पिलाई, जब वह नशे में धुत हो गया तो सुनील उर्फ अजय, तरुण त्यागी वहां आ गए और उन्होंने मिलकर पुष्पेन्द्र को गंगनहर में फैंक दिया। कुछ ही देर बाद पुष्पेन्द्र गंगनहर में डूब गया।

श्याम कुमार, सौरभ, तरुण त्यागी, गुलजार, गुल्फाम को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुनील उर्फ अजय अभी फरार है। अधिवक्ता के शव की तलाश की जा रही है। इस मौके पर सी.ओ. रुड़की एस.के. सिंह व गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा आदि मौजूद थे।