CM धामी की अध्यक्षता में हुई SLPC की बैठक, कहा- उत्तराखंड के 95 ब्लॉकों में होगी सामूहिक सहकारी खेती

punjabkesari.in Friday, Dec 09, 2022 - 12:19 PM (IST)

 

देहरादून(कुलदीप रावत): उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सचिवालय स्थित सभागार में राज्य स्तरीय मार्गदर्शक समिति की बैठक में राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में संपन्न  हुई। सचिव सहकारिता, पशुपालन, दुग्ध एवं मत्स्य डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम द्वारा समीक्षा बैठक में राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना का विवरण एवं उपलब्धियों का प्रस्तुतिकरण मुख्यमंत्री सहकारिता मंत्री एवं पशुपालन मंत्री के समक्ष दिखाया गया। 

PunjabKesari

सचिव डॉक्टर पुरुषोत्तम ने बताया कि उत्तराखंड में प्रदेश की सहकारिताओं के सर्वांगीण विकास, ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन, ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन एवं किसानों के जीवन स्तर में सुधार जैसे महत्वपूर्ण उद्देश्यों को राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना की परिकल्पना की गई, परियोजना के चार क्षेत्रक सहकारिता, मत्स्य, पशुपालन एवं  दुग्ध इस दिशा में निरंतर काम कर रहे हैं। वर्तमान में परियोजना के सहकारिता क्षेत्र में सहकारी समितियों के माध्यम से क्रियान्वित संयुक्त सहकारी खेती के अन्तर्गत फसलों का उत्पादन कर उनकी मूल्य श्रृंखलाएं विकसित की जा रही हैं। कलस्टर आधारित उत्पादन कर ‘‘बिक्री केन्द्रों'' की स्थापना की गई है। किसानों को उनकी उपज एवं उत्पादों का उचित मूल्य प्रदान किया जा रहा है। परियोजना के माध्यम से 57.76 MT अदरक और 80.09 MT ताजी सब्जियां सफलतापूर्वक INR 47.54 लाख में बेची जा चुकी है।

PunjabKesari

पहाड़ी महिलाओं के घास के बोझ को कम करने की मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना में भी साइलेज उत्पादन 13500 MT हुआ है, जिसकी कीमत रु. 800 लाख है। चकराता में एक पायलट परियोजना के अन्तर्गत 100 किसानों को मुर्गी पालन हेतु प्रेरित कर 22,500 एक दिन के चूजे उपलब्ध करवाए गए है, जिससे कि आगे चलकर पोल्ट्री वैली योजना की शुरुआत की जा सके। इस परियोजना के अन्तर्गत रू. 28.80 का राजस्व अर्जन हुआ है। दुग्ध  क्षेत्र में राज्य के 4 जनपदों देहरादून, उत्तरकाशी, हरिद्वार एवं टिहरी में 12 दुग्ध उत्पादक सेवा केंद्र संचालित किए जा रहे है। वर्तमान में 5 जनपदों में ग्रोथ सेंटर स्थापित कर छुर्पी, पहाड़ी घी एवं बद्री गाय घी का उत्पादन लगभग 5721 दुग्ध उत्पादक सदस्य लाभान्वित हो रहे हैं एवं रु 1.60 cr का व्यापार किया जा चुका है।

PunjabKesari

मत्स्य क्षेत्र में भी ट्राउट मछली का उत्पादन 0.3 MT/रेसवेज़ से बढ़कर 0.7 MT/रेसवेज़ हुआ है। मत्स्य उत्पादन में लगातार वृद्धि हुई, जो कि 70 MT तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने परियोजना में चल रहे कार्यों एवं उपलब्धियों की सराहना की एवं सम्बंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को एक आत्मनिर्भर प्रदेश बनाना है। हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि जितनी भी फल सब्ज़ियों एवं अन्य उत्पाद जिनकी भी खपत राज्य में है, वह उत्तराखंड के किसानों द्वारा उगाया जाए, जिससे कि उत्तराखंड राज्य के किसानों की आय दोगुनी हो सके। किसान आत्मनिर्भर हो, आत्मनिर्भर किसान से ही उत्तराखंड एक आत्मनिर्भर राज्य बनेगा, आजीविका संवर्द्धन के लिए किसानों को जितने भी ऋण की आवश्यकता है, उन्हें वह दिया जाना चाहिए। 

PunjabKesari

सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि हर 6 महीने में राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना की समीक्षा बैठक ली जाए, जिससे कि परियोजना में किए जा रहे कार्यों का अवलोकन हो सके। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि सभी विभागों को आपसी सामंजस्य एवं तालमेल से काम करने की ज़रूरत है, जिससे की परियोजना की योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके एवं उत्तराखंड राज्य को एक स्वर्णिम भविष्य की ओर ले जाया जा सके। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Nitika

Recommended News

Related News

static