चारधाम परियोजना: समिति ने उत्तराखंड के पर्वतीय ढालों पर बेतरतीब खुदाई के खिलाफ दी चेतावनी

punjabkesari.in Thursday, Aug 27, 2020 - 11:42 AM (IST)

 

देहरादूनः उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति के सदस्यों ने महत्वाकांक्षी चारधाम सड़क परियोजना के तहत उत्तराखंड के पर्वतीय ढालों पर ‘‘बेतरतीब तरीके से जारी खुदाई'' के खिलाफ चेतावनी दी। साथ ही कहा कि यह एक बहुत बड़ी गलती'' साबित होगी।

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए बारहमासी सड़क संपर्क उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से करीब 900 किमी सड़क का निर्माण किया जाना है, जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में रखी थी। परियोजना के पर्यावरणीय पहलू पर गौर करने के लिए गठित समिति के 2 वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि खुदाई अवैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। समिति के अध्यक्ष ने कहा कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं आधारभूत ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) तथा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) बहुत ही गैर जिम्मेदाराना तरीके से अपना काम कर रहे हैं।

वहीं समिति के अध्यक्ष रवि चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने खतरनाक पर्वतीय ढालों की पहचान करने, परियोजना के तहत मलबा हटाने की उपयुक्त व्यवस्था के बाद पहाड़ को काटे जाने, फुटपाथ बनाने और सड़क के किनारे पौधे लगाने के हमारे सुझावों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय ढाल पर चट्टानों को काटने का कार्य गैर जिम्मेदाराना तरीके से किया जा रहा है, मलबा नीचे वन, खेत और मकानों पर गिर रहा है।
 


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Nitika

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