बिस्किट चोरी के शक में बच्चे को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, स्कूल प्रशासन ने चुपचाप दफनाया शव

punjabkesari.in Thursday, Mar 28, 2019 - 05:36 PM (IST)

ऋषिकेशः उत्तराखंड में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पर एक मामूली से बिस्किट के कारण एक बच्चे को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन ने बच्चे के शव को चुपचाप दफना दिया। वहीं पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार 
जानकारी के अनुसार, मामला ऋषिकेश जिले के रानीपोखरी में स्थित चिल्ड्रन होम अकैडमी का है, जहां पर पढ़ने वाले छात्र वासु यादव की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है। इस मामले की जांच के बाद पुलिस के भी होश उड़ गए। पुलिस ने 2 छात्रों सहित एकेडमी के वार्डन पीटी टीचर और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मामला इतना संगीन था कि बाल आयोग ने भी इस पर संज्ञान लिया है। घटना की सूचना मिलते ही बाल आयोग की अध्यक्ष स्वयं जांच करने पहुंची। बाल आयोग की टीम ने स्कूल में पहुंचकर देखा तो वह हैरान हो गई कि स्कूल में 403 बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों को जो खाना खिलाया जाता है, वह जानवरों से भी बदतर है। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हुआ मामले का खुलासे 
बता दें कि 10 मार्च 2019 को थाना रानीपोखरी चिल्ड्रन होम अकैडमी में पढ़ने वाले 12 वर्षीय बच्चे की मौत के मामले में एकेडमी की भूमिका संदिग्ध पाई गई। और बच्चों से पूछताछ करने पर आयोग की अध्यक्ष ने पाया कि बच्चे के साथ मारपीट की गई थी, जिस कारण उसकी मौत हुई। आयोग की अध्यक्ष ने थानाध्यक्ष रानी पोखरी से पूरे मामले की जानकारी मांगी तो थानाध्यक्ष रानी पोखरी पीडी भट्ट ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पता चलने के बाद कार्रवाई करने की बात कही। वहीं जब मृतक छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें साफ तौर पर डॉक्टरों ने चोट के निशान शरीर पर दिखाई दिए जाने की पुष्टि की। इसके साथ ही रिपोर्ट में भारी मात्रा में शरीर से खून बह जाने के कारण बच्चे की मौत होने का भी जिक्र किया गया। 

यह है पूरा मामला 
गौरतलब है कि मार्च 2019 रविवार को सभी बच्चे हॉस्टल से चर्च गए थे, जिसमें वासु नाम का लड़का भी शामिल था। रास्ते मे वासु ने लेखपाल सिंह की दुकान से बिस्कुट का पैकेट चोरी कर लिया था जिसकी सूचना लेखपाल सिंह द्वारा चर्च में जाकर वहां के सम्बन्धित स्टाफ को दी गई। स्टाफ द्वारा वासु को डांटा गया और सभी बच्चों को बिना अनुमति के आउटपास जाने से रोकने को कहा गया। इस पर सीनियर छात्र शुभांकर और लक्ष्मण जो कि 12वीं कक्षा के छात्र है, उन्होंने हॉस्टल आकर वासु के साथ क्रिकेट के बैट और विकेट से मारपीट करनी शुरू कर दी। इतना ही नहीं उसको पीटने के बाद छत पर ले जाकर ठंडे पानी से नहलाया और गन्दा पानी तक पिलाया। बच्चे के साथ तब तक मारपीट करते रहे जब तक बच्चे ने दम नहीं तोड़ दिया।

Nitika