शिशु निकेतन के दो बच्चों की मौत मामले में एसआईटी सख्त

punjabkesari.in Wednesday, Jun 06, 2018 - 10:49 PM (IST)

देहरादून: राजकीय बाल गृह एवं बालिका निकेतन में दो बच्चों की मौत और एक बच्ची के जलने के मामले में एसआईटी ने तीन कर्मचारियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर कर दी है। तत्कालीन अधीक्षिका एवं कार्यकारी अधीक्षिका के खिलाफ जांच दल ने विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। 2014 में राजकीय शिशु निकेतन में प्रवास के दौरान तीन वर्षीय बच्ची का कमर से नीचे का हिस्सा जल गया था। शौच के समय एक बच्ची के ऊपर कर्मचारी ने खौलता हुआ पानी फेंक दिया था। इससे वह बुरी तरह से झुलस गई थी। दो मासूमों की बाल गृह एवं बालिका निकेतन में मौत हो गई थी। 

 

शासन ने इन मामलों की जांच एसआईटी से कराने का निर्णय लिया था। अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक जया बलूनी के नेतृत्व में बनी एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर तीनों प्रकरणों में रिपोर्ट प्रेषित कर दी है। एडीजी ने बताया कि वर्ष 2014 में तीन वर्षीय बच्चे के जलने के मामले में तत्कालीन केयर टेकर शांत एवं फार्मासिस्ट हरीकिशन सेमवाल के खिलाफ 29 मई को अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है। तत्कालीन अधीक्षिका अंजना गुप्ता एवं कार्यकारी अधीक्षिका शशिकांता शाह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। 

 

वहीं, दो माह के बच्चे की आकस्मिक मौत के मामले में तत्कालीन केयर टेकर सुशीला के खिलाफ ड्यूटी में उदासीनता एवं लापरवाही मामले में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है। इसके अलावा एक अन्य बच्ची की मौत के मामले में केयर टेकर रेवती के खिलाफ भी एसआईटी ने विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कविता शर्मा ने बताया कि शिशु निकेतन में कर्मचारियों की कमी है। जो कर्मचारी हैं भी, उन्हें ठीक से प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है। उन्होंने डीपीओ के कार्य पर भी सवालिया निशान उठाते हुए बच्चों की सुरक्षा के प्रति निकेतन को लापरवाही करार दिया है।

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