DGP रतूड़ी की सेवानिवृत्ति पर भावपूर्ण विदाई परेड आयोजित

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 04:57 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल कुमार रतूडी को अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर सोमवार को अधीनस्थ अधिकारी और कर्मियों ने परेड कर विदाई दी।

देहरादून पुलिस लाइंस में आयोजित भव्य परेड सलामी लेने के बाद रतूडी ने अपने भावपूर्ण सम्बोधन में सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक लम्बी सेवा अन्तराल के पश्चात विभिन्न जगहों में काम करने के बाद आज मैं केवल यहीं कह सकता हूं कि जो भी हम कर पाये वो एक टीम के आधार पर कर पाए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति बहुत छोटा होता है, उसको एक स्थान ही कोई बड़ा दिया जा सकता है। सामान्यत: व्यक्ति के पास कोई सुपर ह्यूमन की क्वालिटी नहीं होती। जब तक वह टीम वर्क के साथ लक्ष्य की ओर काम नहीं करेगा तब तक कोई काम नहीं हो सकता। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब से मैं ओएसडी उत्तराखंड के रूप में अगस्त 2000 में यहां आया, तब से आज 30 नवम्बर 2020 को सौभाग्य से मैं पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवृत होने तक राज्य पुलिस को बहुत नजदीकी से देखने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि हमारे सिपाही देश के बहुत ही विवेकशील, अनुशासित, कर्मठ सिपाहियों में गिने जाएंगे। उनके पसीने के बलबूते पर आज हम उत्तराखंड पुलिस को यहां तक ला पाए हैं और हमारे सब बहुत शालीन, बहुत सभ्य, बहुत मानवीय और बहुत प्रोफेशनल हैं।

वहीं अनिल रतूडी ने कहा कि ये एक बहुत बड़ा नया चैप्टर हम लोगों ने इस प्रान्त में पिछले 20 वर्ष में रचा है। उन्होंने कहा कि हम सबने मिलकर इस ओर कार्य किया है और मुझे खुशी है कि आज देश की सभ्य और मानवीय पुलिस में हमारी गिनती होती है। ये सब आप सब की हमारे सिपाहियों की विशेष तौर से जो अल्प वेतन के बावजूद इतनी कठिन चित व्रग्य तलवार की ढाल पर चलने वाली चुनौतीपूर्ण नौकरी कर रहे है। जहां कभी-कभी अपनी जान को भी जोखिम में डालना होता है। डीजीपी ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना की विश्व व्यापी एक नायाब किस्म की परिस्थिति में हमारे समस्त अधिकारी तथा कर्मचारियों ने जिस प्रकार से सामने आकर वर्दी के शौर्य को निडरता से आगे रखा, निडर होकर जनसेवा में अपनी जान को भी जोखिम में डाला। लॉकडाउन लागू किया, उसे देश के सबसे कुशल लॉकडाउन के तौर पर उत्तराखंड को जाना जाता है।

Nitika