पुष्पवर्षा और गुरु महाराज के जयकारों के बीच चढ़ाए गए झंडेजी

punjabkesari.in Wednesday, Mar 07, 2018 - 11:40 AM (IST)

देहरादून: दरबार गुरु रामराय साहिब परिसर में मंगलवार शाम हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी और गुरु महाराज के जयकारों के बीच झंडेजी चढ़ाए गए। सुबह से ही दरबार साहिब और उसके आसपास के काफी बड़े क्षेत्र में आस्था का सैलाब उमडने लगा था।

दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास के मार्गदर्शन में झंडेजी को यथा स्थान अधिष्ठापित किए जाने के साथ ही देहरादून का 300 साल से भी ज्यादा पुराना ऐतिहासिक झंडा मेला आरंभ हो गया। सुबह 8 बजे सबसे पहले पुराने झंडेजी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद 90 फुट ऊंचे नए झंडेजी को पंचामृत से स्नान कराया गया। दोपहर करीब पौने 2 बजे लुधियाना के डॉ. नेता जी नगर, मोहल्ला नानकनगर निवासी अर्जुन सिंह फूलों से सजी टोकरी में दर्शनी गिलाफ लेकर पहुंचे, तो हर कोई इसे छूने को लालायित हो उठा। दर्शनी गिलाफ चढऩे के बाद नए मखमली वस्त्रों और सुनहरे गोटों से सुसज्जित झंडेजी चढ़ाए जाने की प्रक्रिया आरंभ की गई।

दरबार साहिब के महंत देवेंद्र दास निर्देशित करते गए और हजारों हाथ बल्लियों की कैंचियों के सहारे झंडेजी को ऊपर की ओर उठाने लगे। जैसे-जैसे  झंडेजी ऊपर की ओर बढ़ते गए, हजारों श्रद्धालुओं के मुख से निकल रहा गुरु महाराज का जयघोष और पुष्पवर्षा तेज होते चले गए। शाम ठीक 4.30 बजे ज्यों ही झंडेजी यथास्थान स्थापित हुए, चारों ओर आस्था का सैलाब रोमांचित हो उठा। झंडेजी को चढ़ाए जाने के दौरान आसमान में हजारों गुब्बारे छोड़े गए। पुष्प वर्षा के अतिरिक्त कई लोगों ने सोने-चांदी के सिक्के भी चढ़ाए। बाहरी संगत के अतिरिक्त काफी बड़ी संख्या में इस दौरान स्थानीय लोग भी पहुंचे।