केदारनाथ धाम का स्वरूप बदल रही भाजपा सरकार: पूर्व CM हरीश रावत

punjabkesari.in Friday, May 11, 2018 - 06:36 PM (IST)

देहरादून: केदारनाथ धाम की यात्रा से लौटे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ में किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी व राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से केदारनाथ का पुनर्निर्माण करने के बजाय उसके स्वरूप को बदला जा रहा है। देहरादून में प्रेसवार्ता में हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ के दर्शन के लिए जब हम पहुंचे, उस समय मेरे साथ स्थानीय विधायक मनोज रावत और राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा भी थे। मैं अपने साथ दूरबीन और खुर्दबीन दोनों लेकर केदारनाथ गया था। मैंने दूरबीन से देखना चाहा कि पिछले सवा साल में केदारनाथ कितना बदला है। 

 

प्रदेश सरकार द्वारा कहा जा रहा था कि सब बदल गया है, लेकिन मेरे दूरबीन और खुर्दबीन दोनों को निराशा हुई। हमने पूर्व मे केंद्र सरकार से निरंतर मांग की थी कि मंदाकिनी में जो कटाव हो रहा है, उसके लिए चार हजार करोड़ का प्रोजेक्ट पास किया जाए। पूर्व में कांग्रेस ने वैकल्पिक निकासी मार्ग और नहरें बनाई थीं। उसमें कुछ काम नहीं किया है। गरुड़ चट्टी में बनी तपस्वली की भी स्थिति जस की तस है। रावत ने कहा कि जब दूरबीन से कुछ नहीं मिला, तो मैंने खुर्दबीन से खोजने की कोशिश की। हमारी बनाई सड़क के गड्ढे तक राज्य सरकार ने नहीं भरे हैं।

 

दूसरों के काम को अपना बताने के माहिर हैं मोदी
हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे दूसरों के काम को अपना बताने में माहिर हैं। जो काम कांग्रेस सरकार स्वीकृत कर चुकी है, उसे अब पीएम की उपलब्धि के रूप में प्रचार किया जा रहा है। बाबा केदार के रूप को भी प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने बदल दिया है। जहां पहले भगवान की मूर्तियां श्रद्धालुओं का स्वागत करती थीं, वहीं अब केंद्र सरकार के नेता और बिजनेसमैन के फोटो लोगों का स्वागत कर रहे हैं।

 

सच बोलने से कतरा रहे हैं हरीश रावत: अजय भट् 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा भाजपा सरकार द्वारा केदारनाथ धाम में कराए जा रहे विकास कार्यों को लेकर की गई आलोचना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अजय भट्ट ने बयान जारी कर कहा कि या तो हरीश रावत ने आंख बंद करके केदारनाथ धाम की यात्रा की या वे सच बोलना नहीं चाहते हैं। केदारनाथ धाम का विकास आज और भविष्य दोनों की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर किया जा रहा है। ताकि यहां आने वाले यात्रियों को कोई दिक्कत न हो। प्रधानमंत्री खुद इस कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। किंतु हरीश रावत जिन्हें हर बात पर राजनीति करने की आदत हैं, वे आस्था के केंद्र पर भी राजनीति कर रहे हैं। अजय भट्ट ने हरीश रावत से सवाल किया कि उनकी उस दूरबीन का क्या हुआ, जो वह लेकर केदारनाथ धाम जाने वाले थे।

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