सेना भर्तीः कुमाऊं और गढ़वाल में 2 प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करेगी सरकार

punjabkesari.in Monday, Nov 13, 2017 - 05:42 PM (IST)

देहरादून(कुलदीप रावत): राज्य सरकार कुमाऊं और गढ़वाल में सैन्य बलों की भर्ती परीक्षाओं हेतु दो प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करेगी। यह निर्णय सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत और सेना के कमाण्डेंट वीपीएस भाकुनी की मुलाकात के दौरान लिया गया। 

भाकुनी ने सीएम के समक्ष एक प्रस्तुतिकरण दिया जिसमें बताया कि एनडीए और सीडीएस परीक्षाओं की सफलता दर आईएएस परीक्षा से भी कम है। सिविल सेवाओं के मुकाबले लगभग डेढ़ गुना अधिक अभ्यार्थी एनडीए और सीडीएस जैसी परीक्षाओं में आवेदन करते हैं। लेकिन सेना में भर्ती हेतु समग्र व्यक्तित्व परीक्षण के कड़े मानको के कारण उनकी सफलता दर कम होती है। सेना और अर्द्धसैनिक बलों में राज्य के युवाओं का अधिकारी पद पर चयन प्रतिशत बढ़ाने के लिए उनको पहले से तैयार किया जाना जरूरी है। इसके लिए युवाओं का स्तरीय मानको के अनुरूप पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यक्रम तथा साक्षात्कार प्रशिक्षण आयोजित किया जाना लाभप्रद होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभूमि उत्तराखण्ड एक सैनिक बाहुल्य राज्य है और यहां के युवाओं में सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है। युवाओं को उनकी क्षमता के अनुरूप आवश्यक जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान कर एनडीए और सीडीएस परीक्षाओं में उनकी सफलता का प्रतिशत बढाया जा सकता है। इसके साथ ही इस प्रकार की व्यक्तित्व विकास की कार्यशालाएं सिर्फ सैन्य सेवाएं ही नही बल्कि अन्य सरकारी सेवाओं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में भी युवाओं के लिए लाभप्रद होगी।