गन्ना किसानों और गंगा की उपेक्षा के चलते हरीश रावत ने निकाली गन्ना-गंगा संकल्प यात्रा

punjabkesari.in Friday, Jan 11, 2019 - 04:49 PM (IST)

देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरिश रावत ने गुरुवार को हरिद्वार के झबरेड़ा से गन्ना गंगा संकल्प यात्रा शुरू की। इसमें बड़ी संख्या में किसानों और गंगा भक्तों ने हिस्सा लेकर केंद्र सरकार के प्रति अपना विरोध प्रकट किया।

जानकारी के अनुसार, हरीश रावत ने कहा कि सरकार के द्वारा गन्ना किसानों और मां गंगा की उपेक्षा और अनदेखी की जा रही है, उसके विरोध में लगभग 60 किमी. की यह संकल्प यात्रा झबरेड़ा से शुरू होकर बहादराबाद होते हुए हर की पौड़ी स्थित गंगा घाट पर मां गंगा की पूजा-अर्चना के साथ सम्पन्न हुई। संकल्प यात्रा में हरीश रावत ने कहा कि पिछले साढ़े 4 सालों में गंगा की सबसे अधिक उपेक्षा हुई है। इसके साथ ही डेढ़ सालों में गन्ना किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया गया। आज सबसे ज्यादा परेशान देश का किसान है। उन्होंने पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने सबसे अधिक गंगा भक्तों का अपमान किया है। हरीश रावत ने कहा कि जैसे ही कांग्रेस केंद्र में आएगी, किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।

वहीं हरीश रावत ने किसानों की समस्याओं को भी सुना और गंगा में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने गंगा को भुलाया और किसानों को रुलाया है लेकिन अब गंगा भाजपा को रुलाने वाली है। इसके साथ ही हरीश रावत ने केंद्र सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने कहा कि इस साल लोकसभा चुनाव में भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी।

बता दें कि हरीश रावत इस यात्रा के द्वारा यह बताना चाहते हैं कि कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव होने के साथ-साथ वह राज्य में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इसके साथ ही ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस आलाकमान हरीश रावत को एक बार फिर से नैनीताल या हरिद्वार से चुनाव लड़वा सकता है।

Nitika