शीतकाल के लिए बंद हुए सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 03:50 PM (IST)

चमोलीः उत्तराखंड में पांचवे धाम के रूप में स्थापित 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित सिखों के पवित्र और ऊंचे तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट गुरुवार दोपहर 2 बजे विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के अवसर पर लगभग ढाई हजार तीर्थयात्री मौजूद रहे। इसके साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी आज वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि-विधान के साथ दोपहर 12 बजे बंद कर दिए गए।

गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ट प्रबंधक सेवा सिह ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 अक्टूबर को सुबह मुख्य ग्रंथी मिलाप सिंह और खुसवंत सिंह के अगुवाई में सुखमणि साहिब का पाठ शुरू हुआ। इसके बाद 11 बजकर 20 मिनट पर शब्द कीर्तन और 12 बजकर 20 मिनट पर इस साल की अंतिम अरदास हुई। 1 बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुकुमनामा लिया गया। पंच प्यारे के नेतृत्व मे गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से शचखंड़ साहिब में लाया गया और सुखासन अवस्था में रखा गया, जिसके बाद दोपहर 2 बजे सेना के बैंडों की मधुर ध्वनि के बीच शीतकाल के लिए हेमकुंड साहिब के कपाट कर दिए गए।

वहीं कपाट बंदी पर गुरुद्वारा कमेटी ने हेमकुंड साहिब को विशेष रूप से सजाया हुआ था। इस अवसर पर सरदार जनक सिंह और सरदार कुलवंत सिंह सहित लगभग ढाई हजार श्रद्धालु हेमकुंड साहिब में मौजूद रहे। बता दें कि इस साल 2 लाख 80 हजार श्रद्धालु हेमकुंड साहिब में माथा टेक चुके है। आपदा के बाद मौसम के दुश्वारियों के बीच भी रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु पहुंचे है।
 


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Nitika

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