डिग्री विवाद में फंसे मोदी सरकार के नए HRD मिनिस्टर निशंक

punjabkesari.in Saturday, Jun 01, 2019 - 12:22 PM (IST)

देहरादूनः मोदी सरकार में नए मानव संसाधन विकास मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक डिग्री विवाद में घिर गए हैं। आरोप है कि निशंक अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखते हैं, जो पूरी तरह से गलत है। श्रीलंका की जिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि हासिल कर अपने नाम के डॉ. लिखना शुरू किया, वास्तव में वो यूनिवर्सिटी वहां पंजीकृत ही नहीं है।

हाल ही में हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा
निशंक को कोलंबो की ओपेन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने शिक्षा में विशेष योगदान के लिए डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया था। कुछ समय बाद ही उनको इसी यूनिवर्सिटी से एक ओर डी लिट डिग्री की उपाधि मिली। हाल ही में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि यह यूनिवर्सिटी श्रीलंका में पंजीकृत नहीं है। श्रीलंका के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी ने इस बात की पुष्टि भी की है। वहीं इस संबंध में जब देहरादून से निशंक के बायोडाटा से जुड़ी पूरी जानकारी मांगी गई तो उनके सीवी और पासपोर्ट में अलग-अलग जन्मतिथि दर्ज मिली है।

कौन हैं रमेश पोखरियाल निशंक
पत्रकारिता से राजनीति में कदम रखने वाले निशंक जून, 2009 में उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनने से पहले ही उत्तर प्रदेश में लगातार 3 विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन चुके थे और उन्होंने वहां पर्वतीय विकास मंत्री का पद भी संभाला था। उत्तराखंड के पौड़ी जिले में पिनानी गांव में जन्मे 8 वर्षीय निशंक को लेखन का शौक है और उनकी कहानियों और कविताओं की कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा देश-विदेश में कई पुस्तकालयों में शामिल हैं। एक उर्जावान राजनीतिज्ञ की छवि रखने वाले निशंक ने 90 के दशक की शुरूआत में राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी।




 

Deepika Rajput