मैं शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कटिबद्ध हूं : शिक्षा मंत्री

punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2017 - 10:40 AM (IST)

देहरादून: प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविन्द पांडेय ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे शिक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

पांडेय ने कहा कि प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले 23 लाख गरीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में बेईमानी नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कटिबद्ध हूं। शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच के लिए गठित एस.आई.टी. को पूरा सहयोग प्रदान करें अन्यथा जांच में सहयोग प्रदान न करने वाले शिक्षा अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

अरविन्द पांडेय ने निर्देश दिए हैं कि जिस कार्मिक की ड्यटी शिक्षकों/कार्मिकों की सेवा पंजिका व प्रमाण पत्र आदि को सुरक्षित रखने की है यदि उसके द्वारा प्रमाण पत्र जांच के लिए उपलब्ध नहीं करवाए जाते हैं तो उसके विरुद्ध भी एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए। उन्होंने कहा कि आगामी जनवरी माह से पूर्व ही एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें बाजार में आ जानी चाहिए। बैठक में विद्यालयी शिक्षा सचिव चंद्रशेखर भट्ट, शिक्षा महानिदेशक कै. आलोक शेखर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आर.के. कुंवर, एस.पी. सी.बी.सी.आई.डी. श्वेता चौबे, अपर निदेशक एस.सी.ई.आर.टी. आर.एल. आर्य सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।