भारतीय सेना की मेजर गवानी को सम्मानित करेगा संयुक्त राष्ट्र, उत्तराखंड से है इनका खास रिश्ता

punjabkesari.in Tuesday, May 26, 2020 - 05:08 PM (IST)

 

देहरादूनः एक भारतीय सेना अधिकारी और दक्षिण सूडान (UNMISS) में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ काम करने वाली महिला शांति सेना की मेजर सुमन गवानी को प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र सैन्य जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड (2019) के लिए चुना गया है। UNMISS में शांति प्रयासों के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय शांति सैनिक को संयुक्त राष्ट्र सैन्य लिंग अधिवक्ता पुरस्कार दिया जा रहा है।

2016 में बनाया गया था यह पुरस्कार
2016 में बनाया गया यह पुरस्कार शांति अभियानों में महिला, शांति और सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत सैन्य शांति सैनिकों के समर्पण और प्रयास का सम्मान करता है, जो कि शांति अभियानों के प्रमुखों और फोर्स कमांडरों द्वारा नामित किए गए हैं। उसके साथ ब्राजील के नौसेना अधिकारी कमांडर कार्ला मोंटेइरो डी कास्त्रो अरुजो संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस को पुरस्कार प्रदान करेंगे।

कोरोना के कारण ऑनलाइन किया जाएगा सम्मानित
वहीं मेजर ने बताया कि 29 मई को संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों के अंतरराष्ट्रीय दिवस पर इस पुरस्कार के लिए संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में न्यूयॉर्क जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण, मुझे मई में एक ऑनलाइन समारोह में सम्मानित किया जाएगा। मैं यह पुरस्कार पाने वाला पहला भारतीय हूं। उसने बताया कि 2011 में मेजर गवानी भारतीय सेना में शामिल हुए, जहां उन्होंने ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, और फिर सेना सिग्नल कोर में शामिल हुए।

उत्तराखंड में हुई है मेजर गवानी की स्कूली शिक्षा
बता दें कि मेजर गवानी ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की उत्तरकाशी और देहरादून के गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से बैचलर ऑफ एजुकेशन की डिग्री प्राप्त की है। टिहरी गढ़वाल के पोखर गांव में रहने वाले हैं जबकि उनके पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं। उनके 3 भाई-बहनों में से 2 भारतीय सशस्त्र बलों में सेवारत हैं। मेजर गवानी वर्तमान में दिल्ली में तैनात हैं।
 


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Nitika

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