भारत-कजाकिस्तान के बीच चल रहा सैन्य अभ्यास समाप्त, जवानों ने सीखे आतंकवाद से निपटने के गुर

punjabkesari.in Tuesday, Oct 15, 2019 - 02:55 PM (IST)

पिथौरागढ़ः उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भारत-कजाकिस्तान के बीच चल रहा काजिंद नाम का संयुक्त सैन्य अभ्यास समाप्त हो गया है। इस सैन्य अभ्यास में भारत-कजाकिस्तान के जवानों ने पर्वतीय इलाकों में आतंकवाद से निपटने के गुर सीखे। इसके साथ ही अपनी सैन्य तकनीक को भी साझा किया गया। वहीं दोनों देशों के बीच यह चौथा सैन्य अभ्यास था।
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जानकारी के अनुसार, भारत और कजाकिस्तान की सेनाओं के बीच 2016 से संयुक्त सैन्य अभ्यास आगाज हुआ था, वह इस साल भी जारी रहा। दोनों देशों के जवानों ने पिथौरागढ़ के पर्वतीय इलाकों में सैन्य अभ्यास किया। इस बार का सैन्य अभ्यास पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद से निपटने पर केंद्रित था। 13 दिनों तक चले सैन्य अभ्यास में दोनों देशों के 60-60 जवानों ने शिरकत की। इस दौरान जवानों ने काउंटर टेररिज्म और बम डिफ्यूजर के तौर-तरीकों को भी सीखा। भारत की ओर से सैन्य अभ्यास में राजपूत रैजिमेंट के जवानों ने शिरकत की।

वहीं समापन के मौके पर भारत की ओर से जहां उत्तरी कमान के मेजर जनरल कविन्द्र बिष्ट ने हिस्सेदारी की, वहीं कजाकिस्तान से डिप्टी आर्मी चीफ दौलत ओस्यानों मौजूद रहे। दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने ऐसे अभ्यासों को सेना की मजबूती के लिए जरुरी बताया। इतना ही नहीं पहाड़ी क्षेत्र में हुए सैन्य अभ्यास से जवानों को पर्वतारोहण के गुर भी सीखने में मदद मिली।
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बता दें कि कजिंद सैन्य अभ्यास से उम्मीद जताई जा रही है कि आतंकवाद विरोधी अभियान बेहतर तरीके से संचालित हो सकेंगे। इस सैन्य अभ्यास का लक्ष्य दोनों देशों की सैन्य तकनीक सांझा करना रहा ताकि कठिन समय में सैनिक आपसी तालमेल और सूझबूझ से दुश्मनों के दांत खट्टे कर सकें। इसके साथ ही विश्व स्तर पर लगातार बढ़ रही आतंकवाद की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी दोनों देशों की सेनाओं को तैयार किया जा सके।


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Nitika

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