विधि-विधान के साथ खुले केदारनाथ धाम के कपाट, झूम उठे बाबा के भक्त

punjabkesari.in Thursday, May 09, 2019 - 11:19 AM (IST)

देहरादूनः उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित भगवान शिव के धाम केदारनाथ मंदिर के कपाट 6 महीने के शीतकालीन अवकाश के बाद गुरुवार को सुबह श्रद्धालुओं के लिए फिर खोल दिए गए। अब अगले 6 महीने तक देश-विदेश के तीर्थयात्री उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में लगभग 12 हजार फुट की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे।

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी वीडी सिंह ने बताया कि केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी रावल भीमाशंकर लिंग ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा-अर्चना के बाद सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए। सिंह ने बताया कि कपाट खोले जाने के दौरान भारी ठंड के बावजूद मंदिर परिसर में देश-विदेश से आए लगभग ढाई हजार श्रद्धालु भी मौजूद रहे, जो बम-बम भोले के नारे लगा रहे थे। आम श्रद्धालुओं के साथ ही राज्य की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित कई गणमान्य व्यक्ति भी पहले दिन बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे।

वहीं इससे पहले अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर 7 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने के साथ ही इस साल की चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया। गढ़वाल हिमालय के चारधामों में से एक अन्य धाम बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार को खोले जाएंगे। हर साल अप्रैल-मई में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के शुरू होने का स्थानीय जनता को भी इंतजार रहता है ।

बता दें कि 6 महीने तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु और पर्यटक जनता के रोजगार और आजीविका का साधन हैं और इसीलिए चारधाम यात्रा को गढ़वाल हिमालय की आर्थिकी की रीढ़ माना जाता है। सर्दियों में भारी बर्फबारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण चारों धामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में फिर खोल दिए जाते हैं।

Nitika