जानिए उत्तराखंड के 5वें सीएम और हरिद्वार सांसद 'निशंक' के जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातें

punjabkesari.in Friday, Mar 22, 2019 - 02:07 PM (IST)

हरिद्वारः रमेश पोखरियाल 'निशंक' एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह उत्तराखंड में भाजपा के प्रमुख नेता हैं और एक हिन्दी कवि भी हैं। इसके साथ ही निशंक वर्तमान समय में हरिद्वार क्षेत्र से लोकसभा सांसद है और लोकसभा आश्वासन समिति के अध्यक्ष भी हैं। वहीं रमेश पोखरियाल उत्तराखंड के पांचवें मुख्यमंत्री भी रहे हैं।

हरिद्वार सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
उत्तराखंड में हरिद्वार लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद पर पार्टी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है। 'निशंक' को इस बार के लोकसभा चुनावों में भी काफी मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है।

इस खबर में हम आपको 'निशंक' के व्यक्तिगत, राजनीतिक और साहित्यिक जीवन के साथ रुबरु करवाएंगे। इसके साथ ही उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के बारे भी कुछ बातें साझा की गई हैं। 

'निशंक' का व्यक्तिगत जीवन 
'निशंक' का जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले के पिनानी में 15 जुलाई 1959 को हुआ। उनके पिता का नाम स्व. परमानंद पोखरियाल और उनकी माता स्व. विशंभरी देवी है। उन्होंने एमए, पीएचडी(ऑनर्स), डी. लिट(ऑनर्स), हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी श्रीनगर से की। इसके साथ ही 'निशंक' का विवाह 7 मई 1985 को कुसुमकांता के साथ हुआ। 

'निशंक' का राजनीतिक जीवन 
साल 1991 से साल 2012 तक 5 बार 'निशंक' यूपी और उत्तराखंड की विधानसभा पहुंचे। इसके बाद साल 1991 में पहली बार उत्तर प्रदेश में कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए, जिसके बाद लगातार 3 बार विधायक बने। वहीं साल 1997 में रमेश पोखरियाल उत्तर प्रदेश सरकार में कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में पर्वतीय विकास विभाग के मंत्री बने। इसके बाद साल 1999 में रामप्रकाश गुप्त की सरकार में संस्कृति पूर्त और धर्मस्व मंत्री रहे।

2014 में निशंक बने हरिद्वार से सांसद
2000 में उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद राज्य के पहले वित्त, राजस्व, कर, पेयजल सहित 12 विभागों के मंत्री बने। साल 2007 में उत्तराखंड सरकार में चिकित्सा स्वास्थ्य, भाषा तथा विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री रहे और साल साल 2009 में उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान रहे। साल 2012 में राजधानी देहरादून के डोईवाला क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद साल 2014 में देहरादून के डोईवाला से इस्तीफा देकर हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए। 

'निशंक' का मुख्यमंत्री कार्यकाल 
2009 से 2011 तक 'निशंक' उत्तराखंड के 5वें मुख्यमंत्री रहे। डॉ निशंक ने मुख्यमंत्री कार्यकाल में राजनैतिक कौशल, ज्ञान और ध्वनि समन्वय कौशल की सहायता से उत्तराखंड राज्य में हरिद्वार और उधमसिंह नगर को शामिल करने जैसे जटिल और संवेदनशील मुद्दों को सुलझाया। इसके साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सहायता से पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की जीवन शैली और जीवन शैली के स्तर को बढ़ाने के लिए कई योजनाओं को आरंभ किया। वहीं निशंक ने गंगा नदी की स्वछता तथा उसे प्रदूषण मुक्त करने के लिए स्पर्श गंगा अभियान की शुरुआत की। 

'निशंक' का साहित्यिक जीवन 
'निशंक' बचपन से ही कविता और कहानियां लिखते रहे। हालांकि उनका पहला कविता संग्रह साल 1983 में ‘समर्पण’ प्रकाशित हुआ। अब तक उनके 10 कविता संग्रह, 12 कहानी संग्रह, 10 उपन्यास, 2 पर्यटन ग्रन्थ, 6 बाल साहित्य, 2 व्यक्तित्व विकास सहित कुल 4 दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

Nitika