स्वच्छ भारत अभियान का आदर्श बना कोट कंडारा गांव, लोगों ने उठाया सफाई का बीड़ा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 12:39 PM (IST)

कर्णप्रयाग(कुलदीप रावत): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का असर धीरे-धीरे दिखने लगा है। इस अभियान से प्रेरित होकर लोग अपने गांव, मोहल्ले और कॉलोनी को खुद साफ रखने का प्रयास कर रहे है। यह बात चमोली जिले के विकासखंड कर्णप्रयाग में स्थित कोट कंडारा गांव की है। 

ग्रामीणों ने गड्डे खोदकर जैविक और अजैविक कूड़ेदान भी बनाए 
गांव की महिला और युवक मंगल दल सहित बच्चों के द्वारा प्रत्येक रविवार को पूरे गांव में बड़े स्तर पर सफाई अभियान के अन्तर्गत गांव के रास्तों सहित पानी के धारों की सफाई और कूड़े का निस्तारण किया जाता है। इतना ही नहीं मोटर रोड से कोट कंडारा गांव जाने वाली पगडंडी और घरों तक सफाई के बाद चूना भी डाला जाता है। गांव में ग्रामीणों के द्वारा रास्तों के नजदीक ही गड्डे खोदकर जैविक और अजैविक कूड़ेदान बनाए गए है। इसके अतिरिक्त गांव के प्रत्येक घरोें पर टीन के कनस्तर से निर्मित कूड़ेदान भी लगाए गए है। 

अभियान के लिए प्रत्येक परिवार देता है चंदा 
सफाई के दौरान कूड़ेदानों के कूड़े को ग्रामीणों के द्वारा गांव के बाहर निस्तारण की व्यवस्था की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सफाई अभियान के लिए प्रत्येक परिवार एक रूपए चंदा देता है, जिससे कि सफाई अभियान के लिए ग्रामीणों के द्वारा चूना और झाडू खरीदा जाता है। कोट कंडारा गांव के इस सफाई अभियान को एक साल पूरा होने जा रहा है।

ग्रामीण इंजीनियर की बातों से हुए प्रभावित 
ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पहले एक इंजीनियर गांव में आए थे। उन्होंने सफाई के लिए गांव के लोगों को प्रेरित किया। इसके साथ-साथ गांव में कूड़ेदान और ग्रामीणों के हाथ में झाड़ू भी थमाए। इसके बाद से ग्रामीण गांव की सफाई में जुट गए। गांव की सफाई को बाहर के गांव वाले देखकर भी हैरान रह जाते है। इतना ही नहीं गांव की महिलाएं जंगल में जाते समय अपने साथ घर से शुद्ध पानी पक्षियों के लिए ले जाती है। 

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