मॉनसून के दस्तक देते ही चारधाम यात्रा पर लगी ब्रेक, तीर्थयात्रियों की संख्या में आई कमी

punjabkesari.in Tuesday, Jul 09, 2019 - 02:41 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देते ही चारधाम यात्रा पर ब्रेक लगने लगा है। इसी के चलते जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आ रहे थे, वह आंकड़ा अब घटने लगा है। वहीं सरकार को चारधाम यात्रा के दौरान मॉनसून के दस्तक देने पर दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। 

सरकार के लिए दोहरी चुनौती बनी चारधाम यात्रा 
जानकारी के अनुसार, देवभूमि उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम की यात्रा करने वाले यात्रियों ने मात्र 2 महीने में ही पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस बार चारधाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु चारधाम के दर्शन करने पहुंचे। इतना ही नहीं सबसे कठिन और दूरस्थ क्षेत्र में बने केदारनाथ धाम मंदिर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस साल अब तक सबसे अधिक रही। माॉसून सीजन के चलते चारधाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को तमाम दिक्कत होती है लेकिन उन दिक्कतों से निपटने के लिए सरकार ने तमाम व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया है। 

हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की संख्या में आई कमी 
वहीं अब पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण मॉनसून सीजन में आपदा जैसे हालात बनने लगे हैं। चारधाम से अलग हेमकुंड साहिब में भी आने वाले श्रद्धालुओं में कमी देखी गई है। इतना ही नहीं हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जाने के लिए यात्रियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना पड़ा करता है। इस सीजन में भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है और ऐसे में मॉनसून सीजन आने के बाद लगातार बर्फ पिघल रहे हैं। हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसको देखते हुए यात्री भी एहतियात बरत रहे हैं। 

तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां की पूरी 
बता दें कि मॉनसून सीजन में चारधाम यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के लिए प्रशासन के द्वारा सभी तैयारियां की गई हैं। इससे तीर्थयात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर गाड़ियां भी लगाई गई हैं ताकि अगर किसी कारणवश आपदा जैसी हालात बनते हैं या फिर सड़के बाधित होने जैसी कोई दिक्कत होती है तो रास्तों को तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके।

Nitika