जोशीमठ में भू-धंसाव प्रभावित भवनों की संख्या बढ़कर 863 हुई, 181 घरों को चिन्हित किया गया ''असुरक्षित"

punjabkesari.in Saturday, Jan 21, 2023 - 12:04 PM (IST)

 

देहरादून/चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण नौ वार्ड में 863 भवनों में दरारें पाई गई हैं, जिनमें से 181 भवनों को असुरक्षित जोन के तहत रखा गया है।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 863 भवन प्रभावित हुए है, जिनमें दरारें मिलीं हैं। इनमें से 181 भवन ऐसे हैं, जिनको असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन की ओर से अबतक 269 परिवारों के 900 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है। जिला प्रशासन की ओर से जोशीमठ नगर क्षेत्र के अंतर्गत निवास करने योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 89 स्थानों में 650 कक्षों का चिह्नीकरण कर लिया गया है। जिसमें 2919 लोगों को ठहराया जा सकता है।

वहीं नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है, जिसमें कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा। राहत कार्यों के तहत जिला प्रशासन ने अबतक 500 प्रभावितों को 347.77 लाख रुपए की धनराशि प्रभावित परिवारों में वितरित की है। प्रभावितों को अबतक 771 खाद्यान किट, 601 कंबल व 998 लीटर दूध, 76 हीटर/ब्लोवर, 114 डेली यूज किट, 48 जोड़ी जूते, 110 थर्मल वियर, 175 हाट वाटर वोटल, 516 टोपी, 280 मौजे, 196 शाल एवं 263 अन्य सामग्री पैकेट का वितरण राहत सामग्री के रूप में दिया जा चुका है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है, जिसके तहत राहत शिविरों में रह रहे 766 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है।

वहीं प्रभावित क्षेत्रों में 63 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और 50 पशु चारा बैग वितरण किया गया। जिला मजिस्ट्रेट ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रों को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्ड को खाली करवाया है।
 


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Nitika

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