शराब कारोबारियों पर उत्तराखंड सरकार मेहरबान, हिलटॉप के बाद एक और कंपनी को दिया लाइसेंस

punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 12:01 PM (IST)

टिहरीः उत्तराखंड में राज्य सरकार शराब कारोबारियों पर मेहरबान दिखाई दे रही है। राज्य सरकार के द्वारा देवप्रयाग में हिलटॉप के बाद एक और कंपनी हाईलैंड बॉटलर्स और ब्लैण्डर्स को लाइसेंस दे दिया गया है।

अलकनंदा और भागीरथी नदी जिस देवप्रयाग क्षेत्र से गंगा हो जाती है, वहां ‘हिल टॉप’ के शराब कारोबार से सियासी कोहराम मच गया है। भाजपा और कांग्रेस के द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देवप्रयाग के हिल टॉप पर शराब फैक्ट्री खोलने के हरीश रावत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक अन्य ट्वीट कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने लिखा कि हिलटॉप पर कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। कांग्रेस को बैकफुट पर आने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमने एक पॉलिसी के तहत कई तरीके के लाइसेंस दिए, जिनमें मैदानी क्षेत्रों में डिस्टिलरी, होटलों में बीयर और वायनरी लगाने के और पहाड़ों में फ्रूटी और वॉटर बॉटलिंग के प्लांट लगाने के।

वहीं हरीश रावत ने कहा कि देवप्रयाग में जो लाइसेंस दिया गया वो पानी और फ्रूटी के बॉटलिंग प्लांट का था। जब विरोध उठा और भ्रम पैदा हुआ तो हमने उसको बंद करने का आदेश दिया। हमारे समय में उस लाइसेंस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आती है, लाइसेंस का रिनुअल करती है एक बार नहीं बल्कि 2 बार लाइसेंस का रिनुअल करती है और फिर लाइसेंस धारी को व्हिस्की बनाने का नो ऑब्जेक्शन देती है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप बताइए कि भाजपा या त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार जानबूझकर के बॉटलिंग प्लांट के लाइसेंस को व्हिस्की बनाने वाले यूनिट के लाइसेंस में बदल रही है या चरणामृत बनाने का लाइसेंस जो हमारा था, उसको आगे बढ़ा रही है, अब आप निर्णय करिए।

Nitika