उत्तराखंड के प्रत्येक जिले में धूमधाम से मनाया गया 'लोकपर्व हरेला'

punjabkesari.in Monday, Jul 16, 2018 - 04:36 PM (IST)

बागेश्वरः उत्तराखंड में 'हरेला' त्योहार परिवेश और खेती के साथ जुड़ा हुआ लोकपर्व है। इस त्योहार को राज्य के प्रत्येक जिले में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।

बागेश्वर में भी हरेला के त्योहार को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। आषाढ़ महीने में सावन शुरू होने से 9 दिन पहले हरेला बोया जाता है। इसे टोकरी में मिट्टी डालकर गेहूं, जौ, धान, गहन, भट्ट, उड़द और सरसों आदि कई प्रकार के बीजों को बोया जाता है। वहीं लोगों का कहना है कि हरेला पर्व समृद्धि और सौहार्द का त्योहार है। इस त्योहार को सावन के पहले दिन मनाया जाता है।

बता दें कि राज्य की अधिकत्तर जनता खेती पर ही निर्भर रहती है। इसी के चलते ऐसा माना जाता है कि जिस साल हरेला जितना अधिक बड़ा होगा, उस साल फसल भी उतनी ही बढ़िया होगी। इस दिन फसल अच्छी होने की ईश्वर से कामना की जाती है। इस पर्व के दिन घर के बड़े बुजुर्ग अपने बच्चों को आशीर्वाद भी देते हैं। 

Nitika