अपने शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचे भगवान तुंगनाथ, श्रद्धालुओं ने बाबा के जयकारों के साथ किया स्वागत

punjabkesari.in Thursday, Nov 01, 2018 - 01:16 PM (IST)

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पंच केदारों में एक तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली मूर्ति गुरुवार को अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ में पहुंच चुकी है।

जानकारी के अनुसार, भगवान तुंगनाथ के कपाट 29 अक्टूबर को विधि-विधान के साथ 6 महीने के लिए बंद कर दिए गए थे। इसके बाद चोपता और भनकुंड में रात्रि प्रवास के बाद डोली गुरुवार को अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ पहुंची। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा के जयकारों के साथ डोली का स्वागत किया। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने स्थानीय अनाज के साथ बाबा को भोग लगाया। भगवान तुंगनाथ अब 6 महीने के लिए मक्कूमठ में ही विराजमान होंगे। इसके साथ ही बाबा की सभी नित्य पूजाएं मक्कूमठ में ही संपन्न की जाएंगी।

वहीं ऐसी मान्यता है कि कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल में ही श्रद्धालुओं को दर्शन देते हैं और ग्रीष्मकालीन में अपने धाम में वापस लौट जाते हैं। बता दें कि मक्कूमठ महर्षि मार्कण्डेय की तपस्थली है और उन्हीं के नाम से इस धाम का नाम मक्कू पडा है। इसके साथ ही यहां पर स्थानीय हक हकूक धारी मैठानी ब्राह्मण ही भगवान के मुख्य पुजारी हैं और इन्हीं के द्वारा सभी पूजा विधान सम्पन्न होते हैं।

Nitika