शहीद पंचतत्व में विलीन, परिजन बोले- कहां हैं एक के बदले दस सिर?

punjabkesari.in Wednesday, Feb 14, 2018 - 04:16 PM (IST)

हरिद्वार/ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में शहीद हुए देहरादून के राकेश चंद्र रतूड़ी को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद के बेटे ने मुखाग्नि दी। खड़खड़ी श्मशान घाट पर गम और गुस्सा दोनों दिखा। पंच तत्वों में शरीर के विलीन होने के बाद परिजनों ने मीडिया से कुछ पल के लिए बातचीत की। परिजनों ने कहा कि कब तक सीमा पर देश के वीर अपनी शहादत देते रहेंगे। एक सिर के बदले दस सिर कहाँ हैं? सरकार जवाब दे।

 

परमाणु संपन्न देश भारत को आर-पार की लड़ाई अब लड़नी चाहिए। वहीं, ब्रिगेडियर एमएस जग्गी ने कहा कि जल्द ही पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। 
शहीद राकेश चंद्र रतूड़ी का पार्थिव शरीर देहरादून से खड़खड़ी श्मशान घाट पहुंचा, तो शहीद के अंतिम दर्शन के लिए काफी लोग जमा हो गए। शहीद की अंतिम विदाई पर बड़ी तादाद में राजनीतिक, प्रशासनिक और पुलिस सहित आम नागरिक पहुंचे थे। शहीद राकेश को सबने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सेना के अधिकारियों ने अंतिम सलामी दी। इस दौरान परिजनों ने कुछ देर के लिए मीडिया से बात की।

 

शहीद राकेश चंद्र रतूड़ी के भाई देवकीनंदन रतूड़ी ने पूछा कि एक सिर के बदले दस सिर लाने के वायदे क्या हुआ? उन्होंने 56 इंच के सीने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसा। शहीद के चाचा शेखरानंद ने कहा कि यह बात समझ में नहीं आ रही कि सीमा पर हर दिन चार-पांच जवान शहीद हो रहे हैं।

भारत के परमाणु सम्पन्न देश होने का क्या फायदा है? अब बहुत हो चुका। आर-पार की लड़ाई का ऐलान होना चाहिए। सेना का मनोबल बयान से नहीं, बड़ी जवाबी कार्रवाई करके ऊंचा करना चाहिए।

 

अब एक सिर के बदले दस सिर मांग रहा है शहीद परिवार और पूरा देश। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल, मेयर मनोज गर्ग, जिलाधिकारी दीपक, एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, कर्नल जेबी सिंह, कैप्टन राहुल आदि मौजूद रहे।