पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 33 लाख सहित किडनी रैकेट का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2017 - 10:12 AM (IST)

उत्तराखंड(कुलदीप रावत): देहरादून किडनी कांड में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने इस धंधे के मास्टरमाइंड डॉक्टर अमित को पंचकूला से पकड़़ लिया है। अमित के साथ ही फरार चल रहे उसके भार्इ जीवन, नर्स और ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 33 लाख 71 हज़ार रुपए भी बरामद किए।

जानकारी के अनुसार अमित देहरादून स्थित गंगोत्री चेरिटेबल अस्पताल में किडनी रैकेट चला रहा था। 24 सालों में वह 500 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट कर चुका है। उसके इस किडनी रैकेट के तार विदेशों तक जुड़े हुए हैं। इस धंधे के चलते वह 5 बार जेल भी जा चुका है। उसके साथ उसके बेटे, अस्पताल संचालक राजीव चौधरी समेत 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। 

नेपाल भागने की फिराक में थे आरोपी 
अभियुक्तगण की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से सर्च वारंट लेकर अभियुक्त राजीव चौधरी के घर की खाना-तलाशी ली गई। डाक्टरों के नेचरविला में रुकने के साक्ष्यों के आधार पर वहां पर भी खाना-तलाशी की कार्रवाई की गई। अनुपमा, नसीम, प्रदीप उर्फ  बिल्लू, सरला व अभिषेक आदि का भी इस घटना में सम्मिलित होना पाया गया। 14 सितम्बर को पुलिस की एक टीम सदर लोकेश्वर सिंह के नेतृत्व में वांछित अभियुक्तगण की तलाश करते हुए दिल्ली, पानीपत व चंडीगढ़ तलाश करते हुए पंचकूला पहंची, जहां मॢसडीज से 33 लाख 73 हजार 200 रुपए प्राप्त हुए। अभियुक्तगणों के पास से 6 मोबाइल फोन भी प्राप्त हुए। अभियुक्तों ने बताया कि हम सभी लोग नेपाल भागने की तैयारी में थे। 

2 माह में 2 बड़े मामलों के खुलासों में एस.एस.पी. की भूमिका 
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पिछले 2 माह में 2 बड़ी वारदातों का खुलासा कर आरोपी लोगों को शिकंजों के पीछे भिजवाने में दून की एस.एस.पी. निवेदिता कुकरेती की खास भूमिका रही है। अगस्त माह में हुए ए.टी.एम. क्लोनिंग कर कई ग्राहकों के खातों से लाखों रुपए उड़ाने वाले गैंग के आरोपी और फिर सितम्बर में किडनी गैंग के आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्होंने साबित कर दिया है कि अगर पुलिस चाह ले और जी-जान से जुटकर आरोपियों की तलाश की जाए तो वे पुलिस के हाथ से बचकर नहीं निकल सकते।