कर्ज में डूबे राज्य के कृषि मंत्री सात दिनों की विदेश यात्रा पर

punjabkesari.in Tuesday, Feb 13, 2018 - 09:21 PM (IST)

देहरादून/ ब्यूरो। कर्ज में डूबे उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति की चिंता किए बगैर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल दलबल के साथ दो देशों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। उनियाल त्रिवेन्द्र सरकार के पहले ऐसे मंत्री हैं, जो अपने इस कार्यकाल में दूसरी बार विदेश यात्रा पर गए हैं। खास बात यह है कि इस बार कृषि मंत्री उनियाल के साथ तीन विधायक मुन्ना सिंह चौहान, प्रीतम पंवार और काजी निजामुद्दीन भी विदेश दौरे पर गए हैं।

इनमें से दो विधायक प्रीतम पंवार निर्दलीय और काजी निजामुद्दीन कांग्रेस के हैं। बताया जा रहा है कि उनियाल के साथ यह दल पहले जर्मनी और फिर इटली की यात्रा करेगा। सुबोध की यह यात्रा उस समय हो रही है, जब मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत विदेश यात्राओं पर होने वाले खर्च को लेकर संयम बरतने की बात कह चुके हैं। 

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल मंगलवार को दो देशों जर्मनी और इटली के लिए रवाना हो गए हैं। भाजपा के विधायक मुन्ना सिंह चौहान, निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार व कांग्रेस के विधायक काजी निजामुद्दीन व शासन के कुछ अधिकरी भी उनके साथ गए हैं।

यह पहला मौका है, जब त्रिवेन्द्र सरकार का कोई मंत्री अपने कार्यकाल में दूसरी बार विदेश दौरे पर निकला है। खास बात यह है कि इस बार उनके साथ विपक्ष के दो विधायक भी हैं। शासन से मिली जानकारी के मुताबिक, उनियाल आर्गेनिक कृषि क्षेत्र में उत्तराखण्ड के लिए संभावनाएं टटोलने जर्मनी और इटली की यात्रा पर निकले हैं। इटली में वे एक अन्तर्राष्ट्रीय कांफेंस में भाग भी लेंगे।

गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले बीते सितम्बर में कृषि मंत्री जब अमेरिका दौरे पर गये थे, तो उस वक्त भी उन्होंने दो विधायकों प्रीतम पंवार और काजी निजामुद्दीन को भी अपने साथ ले जाने की कोशिश की थी। उस समय शासन से भी इन दोनों विधायकों को कृषि मंत्री के साथ विदेश दौरे की अनुमति मिल चुकी थी, लेकिन अंत में सुबोध उनियाल को अकेले ही अमेरिका जाना पड़ा। उनियाल 19 फरवरी को विदेश दौरे से वापस देहरादून लौटेंगे।

त्रिवेन्द्र सरकार: ग्यारह महीनों में पांचवां विदेश दौरा 

उत्तराखण्ड में राज्य सरकार के मंत्रियों का विदेश दौरा अक्सर चर्चा का विषय बना रहता है। हर बार विपक्ष कहता है कि लगभग 45 हजार करोड़ के कर्ज तले दबे उत्तराखण्ड के मंत्रियों को बेवजह विदेश दौरों पर धन व्यय नहीं करना चाहिये। लेकिन, वही विपक्षी दल जब सत्ता में आते हैं, तो उनकी सरकार के मंत्री भी विदेश दौरों के अवसरों को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। भाजपा को ही देख लीजिए। उत्तराखण्ड में कांग्रेस सरकार के समय भाजपा जब विपक्ष में थी, तो मंत्रियों के विदेश दौरों को लेकर भाजपाई खूब बवाल काटते थे।

अब जब भाजपाई सत्ता में हैं, तो अपने तर्कों को भूलकर वही कर रहे हैं जिसके लिए जनता ने पिछली सरकार को सत्ता से बेदखल किया था। त्रिवेन्द्र सरकार का अब तक 11 माह का कार्यकाल पूरा हुआ है। सीएम समेत 10 मंत्रियों वाली सरकार के चार मंत्री विदेश घूम आए हैं।

त्रिवेन्द्र सरकार के मंत्रियों के विदेश दौरों की शुरुआत वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने की। वे स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम में हिस्सा लेने फ्रांस गए थे। इसके बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज औली को विकसित करने का सपना लेकर फ्रांस का दौरा कर आए।

फिर वन मंत्री हरक सिंह रावत भूस्खलन को नियंत्रित करने के तरीके सीखने के लिए जापान गए। तो बीते 13 सितम्बर को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी तकनीक समझने के लिए अमेरिका का टूर कर आये थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक भी स्मार्ट सिटी योजना के तहत यूरोप के कुछ शहरों का दौरा करने की योजना बना रहे हैं।