विधानसभा के 5 दिवसीय मानसून सत्र के हंगामेदार होने की संभावना, जानिए वजह

punjabkesari.in Monday, Aug 23, 2021 - 05:26 PM (IST)

 

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। पांच दिवसीय सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। सत्र के पहले दिन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह सहित राज्य के दिवंगत विधायकों को सदन में श्रद्धांजलि दी गई।

सत्र के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर विधायकों के बैठने के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मानसून सत्र के पहले दिन विश्व विख्यात पर्यावरणविद्, पदम विभूषण एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता स्व. सुंदरलाल बहुगुणा को सदन की गैलरी में माननीय सदस्यों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। सदन में प्रवेश करते वक्त उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री एवं विधायकों द्वारा स्व. बहुगुणा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, संसदीय कार्यमंत्री बंशीधर भगत सहित सभी मौजूद विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष रही स्व.इंदिरा हृदयेश, गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत, हरिद्वार के पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक बच्ची सिंह रावत को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर दिवंगत कल्याण सिंह के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, यतिश्वरानंद, बंशीधर भगत, अरविंद पांडे, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, विधायक देशराज कर्णवाल, संजय गुप्ता, राजकुमार ठुकराल सहित अन्य ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। संसदीय कार्यमंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि सदन के पहले दिन दिवंगत विधायक को श्रद्धांजलि दी गई। अगले दिन की कार्यवाही के लिए हमने सभी मंत्रियों को कहा है कि वह पूरी तैयारी के साथ आएं। अब विपक्ष के ऊपर है कि वह सदन चलाने देते हैं या नहीं।

प्रीतम सिंह ने कहा कि सोमवार को हमने दिवंगत नेता प्रतिपक्ष स्व. इंदिरा हृदयेश, सभी पूर्व विधायकों और बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की है और सभी विधानसभा सदस्यों ने दिवंगत नेताओं के साथ अपनी यादों के अनुभव को साझा किया है। सिंह ने कहा कि सोमवार से विधिवत विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है और कांग्रेस के पास सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है। हमारा प्रयास होगा कि अधिक से अधिक जनहित से जुड़े हुए मुद्दों को हम विधानसभा सत्र में उठाने का काम करेंगे। प्रीतम सिंह ने यह भी कहा कि भले ही सदन में कांग्रेस विधायकों की सीमित संख्या है फिर भी हम सदन में जनता से जुड़े हुए मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाएंगे। वर्ष 2022 के चुनाव को देखते हुए विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। वहीं, सरकार ने भी विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों पर जवाब देने की रणनीति बनाई है। धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला विधानसभा सत्र है।

वहीं, संसदीय कार्य मंत्री के रूप में बंशीधर भगत के ऊपर सदन में सरकार का पक्ष रखने की बड़ी जिम्मेदारी है। जबकि नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद प्रीतम सिंह के लिए पहला सत्र है। पक्ष व विपक्ष सदन में नए अंदाज में नजर आएंगे, जिससे विपक्ष के पास देवस्थानम बोर्ड, कोविड जांच फर्जीवाड़ा, महंगाई, बेरोजगार, कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन में सरकार की घेराबंदी करने का आखिर मौका है। जबकि सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की तैयारी की है। सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों से 788 प्रश्न मिले हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सदन में 40 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। जबकि 30 विधायक प्रकाश पंत भवन के कक्ष संख्या 107 में बैठे हैं, जहां से वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सदन की कार्यवाही में शामिल हो रहे हैं।
 


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Nitika

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