हरिद्वारः एनडीएमए सलाहकार ने कुम्भ मेले में मॉकड्रिल पर अधिकारियों से लिया फीडबैक
punjabkesari.in Wednesday, Apr 07, 2021 - 02:41 PM (IST)
हरिद्वारः राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के वरिष्ठ सलाहकार मेजर जनरल वीके दत्ता ने मंगलवार को उत्तराखंड के कुम्भ मेला नियंत्रण भवन (सीसीआर) में मॉकड्रिल के सम्बंध में अधिकारियों से फीडबैक लिया।
मेजर जनरल ने कहा कि यदि कहीं घटना होती है, तो सबसे पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट या अन्य व्यक्ति कंट्रोल रूम 1902 पर सूचना देंगे। कंट्रोल रूम से सूचना प्रेषित होते ही सभी टीमें अलर्ट हो जाएंगी। घटना स्थल पर जिस टीम की जरूरत है, वही टीम सबसे पहले पहुंचेगी। इसके साथ ही घटना में घायल हुए लोगों को सीधे एंबुलेंस से अस्पताल नहीं भेजें, बल्कि पास ही स्थित मेडिकल यूनिट पर उपचार दें। यदि यहां कोई गंभीर घायल है तो उसे ही रेफर किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी टीमों में समन्वय आवश्यक है। यदि समन्वय होगा तो हर स्थिति से आसानी से निपट सकेंगे। इसके साथ ही घटना के सम्बंध में मीडिया को जानकारी देने के लिए भी सम्बंधित की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए, ताकि मीडिया को हर जानकारी स्पष्ट मिल सके। मेजर जनरल ने बताया कि महाकुम्भ मेला महत्वपूर्ण है। भीड़ को नियंत्रित करना, यात्रियों को सही दिशा-निर्देश देना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन एक टीम वर्क है, जितनी भी एजेंसियां हैं, वह सभी हमारी टीम के सदस्य हैं।
वहीं इस बैठक में कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि हर साइट पर मीडिया नहीं होगी, ऐसे में मीडिया को हर जानकारी सही दी जाए। उन्होंने हाल ही में बैरागी कैंप में हुए अग्निकांड का जिक्र करते हुए कहा कि निकट भविष्य में गर्मी बढ़ने से इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हो सकती है, ऐसे में आग से बचाव के बेहतर उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में सांप काटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। इसलिए सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट ध्यान दें कि शौचायल आदि के पास अंधेरा न हो।