नार्वे के राजदूत ने उत्तराखंड की राज्यपाल से की मुलाकात, निवेश के संबंध में हुई चर्चा

punjabkesari.in Thursday, Feb 07, 2019 - 04:29 PM (IST)

देहरादूनः नार्वे के राजदूत नील्स रैगनार कैम्सवे ने बुधवार को उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मोर्य से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्य में निवेश और तकनीकी सहयोग के संबंध में बातचीत की।

जानकारी के अनुसार, मुलाकात के दौरान कैम्सवे ने कहा कि नार्वे ने ‘रन आफ द रिवर फिशरीज टेक्नोलॉजी’ में अच्छा कार्य किया है। नार्वे की तकनीक से जल के कम प्रयोग से उच्च गुणवत्ता का मत्स्य पालन हो सकता है। उन्होंने कहा कि नार्वे ने जल विद्युत और सौर ऊर्जा में भी उच्च तकनीक विकसित की है। ‘सर्वे ऑफ इंडिया’ तथा आईआईटी रुड़की के साथ भी नार्वे ने शोध किया है।

वहीं भारत के साथ नार्वे के व्यापारिक संबंध और मजबूत होने का जिक्र करते हुए नार्वे के राजदूत ने कहा कि पहले महाराष्ट्र और गुजरात में केन्द्रित रहने वाली नार्वे की कम्पनियों ने अब उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड में भी रुचि दिखानी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नार्वे की 140 कंपनियां भारत के विभिन्न राज्यों में निवेश के लिए इच्छुक हैं।

बता दें कि राज्यपाल ने कहा कि नार्वे की कंपनियों के लिए मत्स्य पालन, जल विद्युत, सौर ऊर्जा और हरित तकनीक के क्षेत्र में उत्तराखंड में निवेश के लिए अच्छा माहौल है। राज्य को निवेश अनुकूल राज्य बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि यहां निवेशकों के लिए एकल खिड़की प्रणाली लागू होने के अतिरिक्त राज्य सरकार की निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई नीतियां हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि नार्वे के राजदूत के दौरे से उत्तराखंड और नार्वे के मध्य संबंधो को बढ़ावा मिलेगा।

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