सियासी जंग में बदली डेंगू से शुरू हुई सत्तापक्ष-विपक्ष की लड़ाई

punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2019 - 10:50 AM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और अन्य जगहों में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच बीमारी से बचाव को लेकर शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला अब मंत्रिमंडल और कार्यकारिणी के सियासी जंग में बदल गया है।

डेंगू से निपटने में नाकामी के आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के इर्द-गिर्द डेंगू के मच्छर घूम रहे हैं, जिसके कारण वह लंबे समय से अपनी कार्यकारिणी तक घोषित नहीं कर पा रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा यह होता कि प्रीतम सिंह अपना ध्यान अपनी पार्टी की तरफ अधिक देते। उन्होंने कहा कि वह एक भले इंसान हैं लेकिन उन्हें जो समझा दिया जाता है वह वही बोल देते हैं।

वहीं मुख्यमंत्री का यह बयान प्रीतम सिंह के उस आरोप पर आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार डेंगू से निपटने के लिए कुछ नहीं कर रही है। इसके साथ ही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि उनके पास स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी भी है और उन्हें चाहिए कि वह राजनीति करने की बजाय डेंगू से बचाव पर ध्यान दें।

प्रीतम सिंह के समर्थन में आए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी मुख्यमंत्री के बयान को खेदजनक बताया और कहा कि कांग्रेस की कार्यकारिणी कब बनेगी, यह एक अलग विषय है लेकिन मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि उनके मंत्रिमंडल में रिक्त 3 पद कब भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीएंम के बयान में हल्कापन है और मुझे लगता है कि सरकार स्वयं डेंगू-ग्रस्त हो चुकी है।

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस सीजन में अब तक राज्य में 1,700 से अधिक डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 8 की मौत हो चुकी है।

 

Nitika