उत्तरकाशी की पंचकोसी वारूणी यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब

punjabkesari.in Thursday, Mar 15, 2018 - 02:14 PM (IST)

उत्तरकाशी(आशीष मिश्रा): उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गुरुवार से पंचकोसी वारूणी यात्रा में सुबह से श्रद्वालुओं की भारी भीड उमड़ी हुई है। पंचकोसी वारूणी यात्रा उतरकाशी की एक ऐसी यात्रा है जिसमें पग-पग चलने पर श्रद्वालुओं को अश्वमेध यज्ञ का पुण्य लाभ मिलता है। वारुणी यात्रा के शुरू होने के बाद गंगोत्री-यमनोत्री के शुभ मुहूर्त के साथ कपाट खोलने की तैयारी भी शुरू हो जाती है। 

यात्रा मार्ग पर 33 करोड़ देवी देवताओं का वास 
जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी पंचकोसी वारूणी यात्रा एक ऐसी यात्रा जिसमें पग पग पर चलने पर अश्वमेध यज्ञ का पुण्य लाभ मिलता है। मान्यता है कि 15 कि.मी पैदल दूरी वाली यह यात्रा मार्ग पर 33 करोड़ देवी देवताओं का वास है। गुरुवार को वारुणी यात्रा के शुभ मुहूर्त पर हजारों की संख्या में श्रद्वालु इस यात्रा के लिए जिले सहित अन्य जिलों से लोग यहां पहुंच रहें हैं। 

यात्रा का वर्णन स्कंदपुराण के केदारखंड में भी 
इस यात्रा में श्रद्वालु वरूणवत पर्वत की परिक्रमा करते है, जिसकी शुरूआत बड़ेथी वरनेश्वर महादेव मन्दिर से शुरू होती है जो 15 किलोमीटर के यात्रा 20 गांव कई मन्दिर होते हुए जाती है और अस्सी गंगा और भागीरथी नदी के संगम पर खत्म होती है। इस यात्रा का वर्णन स्कंदपुराण के केदारखंड में भी है, जिसमें बताया गया है पहले यह यात्रा साधु संत करते थे। इसके पश्चात धीरे-धीरे पुराणों के अध्ययन से आम लोग भी इस यात्रा मे जाने लगे है। यह यात्रा का शुभ फल 5 बार इस यात्रा को करने से मिलता है। इस यात्रा के बाद गंगोत्री-यमनोत्री धाम के कपाट खोलने की तैयारी भी शुरू हो जाती है। 

गांव के लोग श्रद्धालुओं के लिए जलपान की करते व्यवस्था 
बता दें कि इस यात्रा में पड़ने वाले गांव के लोग श्रद्धालुओं के लिए जलपान और फलहार की व्यवस्था जगह-जगह पर करते है। जहां इस यात्रा में स्थानीय लोग बढ़-चढ़ कर पहुंच रहें हैं, वहीं अन्य जिले से भी लोग इस यात्रा को करने को पहुंच रहे है। पैदल यात्रा सुखद एहसास करवाती है।