राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर लोगों ने व्यक्त किए अपने विचार

punjabkesari.in Thursday, Nov 09, 2017 - 02:34 PM (IST)

नैनीताल(तारा जोशी): उत्तराखण्ड राज्य बने 17 वर्ष पूरे हो गए है लेकिन आज भी राज्य की मूल अवधारणा का सपना अधूरा है। आज भी लोग पलायन, शिक्षा, रोजगार, जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर उत्तराखण्ड राज्य को बहुत पिछड़ा मानते हैं।

लोग इसके लिए यहां की राजनीति और राजनेताओं की इच्छा शक्ति को दोषी ठहराते हैं। इस मुद्दे पर हल्द्वानी में लोगों ने अपनी राय दी। कई लोग राज्य को विकास की ओर अग्रसर मानते हैं तथा कुछ लोगों का मानना है कि यहां कई विकास कार्य हुए हैं। 

राज्य के निवासियों का कहना है कि पलायन के लिए कांग्रेस सरकार ने तो गैरसेण में सत्र भी कराया लेकिन भाजपा सरकार ने हमारी अवधारणा को ठेस पहुंचाई है। युवा पलायन की ओर जा रहे है। पानी की समस्या आज तक भी हल नहीं हो पाई। डॉक्टरों ने सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पताल भी खोले हुए है। विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ। अगर शुरुआत में ही राज्य केन्द्र शासित प्रदेश बन जाता तो इसका विकास हो जाता।

इसके साथ-साथ कई लोगों का यह भी मानना है कि 17 वर्षों में राज्य में उन्नति और विकास हुआ है। पिथौरागढ़ में एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है। ऊर्जा के क्षेत्र में भी तरक्की हुई है। अगर हम तुलनात्मक अध्ययन करें तो युवा का पलायन भी रुका है।