जागरूक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर देखकर पुलिस को बताई गुमशुदा बुजुर्ग की लोकेशन

punjabkesari.in Saturday, Jun 09, 2018 - 04:20 PM (IST)

देहरादून: सोशल मीडिया पुलिस के लिए वरदान और परेशान परिवार की खुशियों को लौटाने का जरिया बना। चार दिन से 80 साल के लापता बुज़ुर्ग की तलाश में पुलिस कॉम्बिंग रही थी।परिवार भी बुजुर्ग की तलाश में भटक रहा था। सोशल मीडिया के जरिए एक अज्ञात जागरूक नागरिक को लापता बुज़ुर्ग की जानकारी मिली, तो उस व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने बुज़ुर्ग को तलाश कर परिजनों के सुपुर्द किया।दरअसल देहरादून के डोईवाला थाना क्षेत्र में 5 जून को रमेश शाही निवासी लच्छीवाला ने अपने चाचा प्यारा सिंह शाही की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। 

 

रमेश शाही ने पुलिस को बताया था कि उनके 80 साल के बुज़ुर्ग चाचा लच्छीवाला के जंगलों की तरफ गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करके जगह-जगह कॉम्बिंग की, लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी। एसएसपी निवेदिता कुकरेती के निर्देश पर लापता बुज़ुर्ग से जुड़ी जानकारी को सोशल मीडिया पर डाली गई। बाकी माध्यमों से भी प्रचार-प्रसार किया गया। परिजन जहां अपने रिश्तेदार और परिचितों से लगातार संपर्क कर रहे थे, तो वहीं पुलिस भी जंगल सहित कई जगह कॉम्बिंग कर रही थी। इसी बीच एक जागरूक नागरिक ने डोईवाला थाना पुलिस को सरकारी नंबर पर बताया कि उसने दुधली रोड पर इस बुज़ुर्ग को जाते हुए देखा है। 

 

फोन करने वाले ने बताया कि लापता बुज़ुर्ग की जो तस्वीर सोशल मीडिया में देखी, वही उनको दुधली रोड पर जाते हुए भी दिखे थे। पुलिस ने सूचना के आधार पर तलाश तेज की, तो लापता प्यारा सिंह शाही सकुशल दुधली रोड पर एक रेस्टोरेंट में बैठे मिले। पुलिस ने राहत की सांस ली। लापता बुज़ुर्ग को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। डोईवाला थाने के निरीक्षक ओमवीर सिंह रावत ने बताया कि गुमशुदगी की सूचना मिलने के बाद जगह जगह तलाश की जा रही थी। डॉग स्क्वायड का भी सहयोग लिया गया था। लेकिन जागरूक नागरिक ने सोशल मीडिया पर लापता बुज़ुर्ग को देखा और जो लोकेशन पुलिस को बताई, उस आधार पर बुज़ुर्ग को सकुशल तलाशा जा सका।

 

पुलिस को पता नहीं कि कौन था जागरूक नागरिक
जिस व्यक्ति ने सोशल मीडिया के जरिए बुजुर्ग को पहचाना और पुलिस को जानकारी दी। वह कौन था? इस बात की जानकारी पुलिस के पास नहीं है। डोईवाला थाना पुलिस का कहना है कि लापता बुज़ुर्ग प्यारा सिंह का लोकेशन देने वाले ने सरकारी लैंडलाइन नंबर पर फोन किया था। सरकारी लैंडलाइन नंबर में कॉलर आईडी नहीं लगी है, इसलिए जानकारी देने वाले का नंबर नहीं मिल सका। पुलिस ने नाम भी पूछा, लेकिन सूचना देने वाले ने अपना नाम भी नहीं बताया।

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