राज्यसभा सीट को लेकर राजनीति में मची उथल-पुथल, कई नामों पर हो रही चर्चा

punjabkesari.in Wednesday, Feb 28, 2018 - 02:00 PM (IST)

देहरादून(कुलदीप रावत): उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए राजनीति में उथल पुथल मच गई है। इसी बीच अप्रैल महीने में खाली हो रही राज्यसभा की सीट को लेकर पार्टी के सामने उम्मीदवार को लेकर एक और मुसीबत आन खड़ी हो गई है। इसमें राज्य के बड़े नेताओं सहित भाजपा केंद्रीय संगठन में अच्छी पकड़ रखने वाले कई नेता अपनी नजर गढ़ाए बैठे है, जिससे पार्टी के सामने मुश्किलों और बढ़ती जा रही है। 

आखिर कौन है प्रदेश से राज्यसभा सीट को लेकर दावेदार 
राज्य के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की जाए तो सबसे पहला नाम विजय बहुगुणा का आता है जो कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके साथ ही भाजपा में शामिल होने के बाद बहुगुणा की अमित शाह से काफी अच्छे संबंध है। इसी कतार में दूसरे पायदान पर शौर्य डोभाल का नाम आता है। शौर्य डोभाल जहां पीएम मोदी के कोर ग्रुप के सदस्य माने जाते हैं वहीं भाजपा की हल्द्वानी में हुई कार्यकारिणी में प्रदेश इकाई में सम्मिलित करना भी केन्द्र के इशारे के तौर पर देखा गया। 

वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी भी केन्द्र में अपनी पकड़ के साथ-साथ राज्य में राजनीति में भी अपनी पहचान बनाना चाहते है। ऐसे में उनकी दावेदारी से भी इंकार नहीं किया जा रहा है। इसी क्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की पत्नि और पूर्व में राज्य सरकार में अहम पदों का दायित्व निभा चुकी अमृता रावत भी रेस में मानी जा रही है। अमृता जहां कांग्रेस से भाजपा में शामिल होनें के बाद सक्रिय राजनीति से दूर है मगर सतपाल महाराज को अपने कद के अनुसार सरकार में पद ना मिलने से अमृता रावत को राज्यसभा भेज कर शायद भाजपा उनकी कसक को पूरा कर सकता है। 

राज्यसभा सीट को लेकर नाम केन्द्र द्वारा होंगे तय 
वहीं इन सब समीकरणों के बीच मुख्यमंत्री ने बाहरी उम्मीदवारी को लेकर दिए बयान से यह साफ कर दिया है कि सरकार अपनी तरफ से कोई जोर जबरदस्ती नहीं करने जा रही है। राज्यसभा के लिए नाम केन्द्र से ही तय किया जाएगा। वह चाहे राज्य से हो या कोई बाहरी प्रत्याशी ही क्यों ना हो।