स्थगित कैलाश मानसरोवर यात्रा वायुसेना के हेलीकॉप्टर से होगी संचालित, केंद्र सरकार ने दी हरी झंडी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 03:54 PM (IST)

नैनीतालः ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रा को रोका नहीं जाएगा। केन्द्र सरकार ने अवशेष कैलाश मानसरोवर यात्रा को हेलीकॉप्टर से संचालित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही कैलाश परिक्रमा करके लौट रहे 3 दलों के यात्रियों को भी गुंजी से हेलीकॉप्टर के द्वारा पिथौरागढ़ लाया जाएगा। सरकार ने इस काम के लिए वायुसेना को हरी झंडी दे दी है। वायुसेना का हेलीकॉप्टर जल्द ही पिथौरागढ़ पहुंच जाएंगे।

जानकारी के अनुसार, सीमांत पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि वायुसेना की ओर से जिला प्रशासन को इस आशय की जानकारी दे दी गई है। जल्द ही वायुसेना के हेलीकॉप्टर पिथौरागढ़ पहुंच जाएंगे। मौसम साफ होने पर अविलंब कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर अभियान चलाया जाएगा। डीएम ने बताया कि कैलाश यात्रा से लौटने वाले 3 दलों के यात्रियों को भी एहतियात के तौर पर उच्च हिमालयी क्षेत्र में बने गुंजी शिविर में रोकने के आदेश दे दिए गए हैं। उन्हें भी हेलीकॉप्टर से ही धारचूला या पिथौरागढ़ लाया जाएगा।

वहीं जोगदंडे ने कहा कि वायु सेना की ओर से जिला प्रशासन को जानकारी दे दी गयी है। उत्तराखंड के लिपूलेख दर्रे से होकर गुजरने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा 12 जून से शुरू हो गई थी। इस यात्रा के तहत कुल 18 दलों को कैलाश की परिक्रमा के लिए जाना है। अभी तक 13 दल कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा पूरी कर वापस दिल्ली लौट गए हैं जबकि 14वां, 15वां और 16वां दल कैलाश के दर्शन के लिए रवाना हुए हैं। अंतिम 2 दल धारचूला और दिल्ली में रुके हुए हैं। बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र लामारी में अतिवृष्टि के कारण एक पैदल पुल के बह गया है। मालपा और बूदी के बीच यह पुल बना हुआ था। पुल के बह जाने से लोगों का आवागमन ठप हो गया है।

पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कैलाश मानसरोवर यात्रा को रोक दिया था। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद केन्द्र सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के 18वें दल को रवाना होने से पहले ही दिल्ली में रोक दिया था। इसी प्रकार जिला प्रशासन ने 17वां दल को भी लामारी से वापस धारचूला बुला लिया था। पिछले दो दिन से इस दल के सभी यात्री धारचूला आधार शिविर में रूके हुए हैं।
 

Nitika