प्रकाश धामी पार्षद हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, 4 लाख सुपारी देकर कराई गई हत्या

punjabkesari.in Sunday, Nov 01, 2020 - 04:20 PM (IST)

नैनीतालः उत्तराखंड के रूद्रपुर में तीन सप्ताह पहले घटित प्रकाश धामी पार्षद हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्याकांड को रूद्रपुर के हिस्ट्रीशीटर राजेश गंगवार और अन्नू गंगवार ने आपसी रंजिश के चलते कराई। हत्या भाड़े के हत्यारों से सुपारी देकर करवायी गई।

पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले अलीगढ़ के एक शूटर राजकुमार उर्फ बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया है। उधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दलीप सिंह कुंवर की ओर से स्वयं शनिवार को रूद्रपुर में इस मामले पर से पर्दा उठाया गया। उन्होंने बताया कि रूद्रपुर नगर निगम के पार्षद प्रकाश धामी की हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई है और हत्याकांड के मास्टर माइंड रूद्रपुर के ही भदईपुरा निवासी राजेश गंगवार और अन्नू गंगवार दो भाई हैं। उन्होंने चार लाख रुपए की सुपारी देकर उप्र के शूटरों से प्रकाश धामी की हत्या करवायी है। उन्होंने आगे बताया कि राजेश गंगवार रूद्रपुर नगर पालिका का पूर्व सभासद रह चुका है और प्रकाश धामी के पार्षद का चुनाव जीतने के चलते खुश नहीं था और अपने भविष्य को लेकर चिंतित था। दोनों भाई प्रकाश धामी से रंजिश रखने लगे और अंतत: उन्होंने प्रकाश धामी की हत्या की साजिश रची।

घटना को अंजाम देने के लिए आरोपी राजेश गंगवार ने इस काम के लिये सितारगंज निवासी अपने दोस्त दिनेश शर्मा की मदद ली और हत्याकांड को अंजाम देने के लिए शूटरों की व्यवस्था की गई। शूटरों को चार लाख की रकम दे दी गई। यही नहीं घटना को अंजाम देने से पहले चारों शूटरों को दस दिन पहले बरेली बुलाया गया और उन्हें प्रकाश धामी की फोटो के साथ ही धामी की पूरी दिनचर्या समझा दी गई। घटना से पहले शूटरों ने प्रकाश धामी के घर की रेकी भी की। इसके बाद चारों शूटर घटना के दिन 12 अक्टूबर को दिनेश शर्मा के साथ एक फर्जी नंबर की आई-20 कार से सुबह प्रकाश धामी के घर आ पहुंचे और नगर निगम का काम बताकर प्रकाश धामी को नीचे बुलाया। प्रकाश धामी ने उन्हें घर पर बैठने को कहा और इसी दौरान शूटरों ने तमंचा निकाल कर प्रकाश धामी पर हमला बोल दिया। गंभीर रूप से घायल प्रकाश धामी को अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कुंवर ने बताया कि राजेश गंगवार की ओर से ही हत्यारों को पिस्टल, तमंचा व कार उपलब्ध करायी गयी। घटना के बाद पांचों शूटर गिरफ्तारी से बचने के लिए उप्र की सीमा में प्रवेश गए। इसके बाद पुलिस की ओर से हत्यारों को पकड़ने के लिये सात टीमों का गठन किया गया। इन टीमों में विभिन्न थानों में तैनात तेज तरार पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया। सबसे पहले पुलिस ने मृतक धामी के व्यावसायिक व राजनैतिक पृष्ठभूमि का पता लगाया और उनसे रंजिश रखने वाले लोगों के बारे में जानकारी ली। पुलिस को हत्याकांड के मास्टर माइंड राजेश गंगवार व अन्नू गंगवार दोनों भाइयों के बारे में जानकारी मिली। पुलिस का शक तब और पुख्ता हो गया जब घटना के बाद दोनों भाई भी फरार हो गए।

इसी दौरान पुलिस ने उप्र में सुपारी देकर हत्या करने वाले गिरोह व लोगों के बारे में जानकारी ली और आखिरकार कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने शुक्रवार शाम को अलीगढ़ के ग्राम बसेरा थाना पिसावा निवासी राजकुमार उर्फ बिट्टू उर्फअभिषेक पुत्र जयपाल उर्फ जगपाल को गिरफ्तार कर लिया। उसे अलीगढ़ के जटटारी से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी राजकुमार शातिर व दुर्दांत किस्म का अपराधी है और उस पर उप्र के अलीगढ़ में हत्या का प्रयास, पुलिस मुठभेड़, मादक पदार्थ, तस्करी व आर्म्स एक्ट के 11 मुकदमे दर्ज है। हत्याकांड के अन्य आरोपी फरार हैं। कुंवर ने बताया कि हत्याकांड का मास्टर माइंड राजेश गंगवार भी शातिर किस्म का अपराधी है और उस पर रूद्रपुर में डेढ़ दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। हत्याकांड के अन्य आरोपी फरार हैं।


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Diksha kanojia

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