केदारघाटी और तुंगनाथ घाटी के बड़े क्षेत्रों को ईको सेंसिटिव जोन घोषित किए जाने की तैयारी

punjabkesari.in Sunday, Sep 16, 2018 - 11:27 AM (IST)

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग जिले के केदारघाटी और तुंगनाथ घाटी के बड़े क्षेत्रों को ईको सेंसिटिव जोन घोषित किए जाने की तैयारी चल रही है। इसी के चलते एक बार फिर से स्थानीय लोगों के द्वारा आपत्तियां दर्ज करवाने का दौर शुरू हो गया है।

मंत्रालय ने स्थानीय लोगों से मांगी आपत्तियां 
जानकारी के अनुसार, साल 2016-17 में भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने जिले के उच्च हिमालयी क्षेत्रों को जोन में सम्मिलित करने की अधिसूचना जारी की गई थी। इस पर स्थानीय लोगों सहित जनप्रतिनिधियों ने काफी विरोध करते हुए आपत्तियां दर्ज की थी। इसी के चलते एक बार फिर से मंत्रालय ने सेंसिटिव जोन घोषित किए जाने को लेकर स्थानीय लोगों से आपत्तियां मांगी हैं। 

सेंसिटिव जोन घोषित होने पर पर्यटन स्थल का विकास होगा ठप्प 
बता दें कि रुद्रप्रयाग जिल के प्रमुख पर्यटन स्थल चोपटा, देवरियाताल के साथ ही चमोली जिले का एक बड़ा हिस्सा ईको सेंसिटिव जोन की परिधि में आएगा। ईको सेंसिटिव जोन घोषित होने पर पर्यटन स्थल का अपेक्षाकृत विकास ठप्प हो जाएगा। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में पिछले कई सालों से रह रहे लोगों के हक-हकूकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। 

Nitika