दीक्षांत समारोह में बोले रामनाथ कोविंद- आईआईटी नवाचार और रचनात्मक विचारों का गढ़

punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2019 - 01:00 PM (IST)

रुड़कीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जैसे संस्थान केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है बल्कि नवाचार और रचनात्मक विचारों के गढ़ भी हैं।

कोविंद ने शुक्रवार को आईआईटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शोध, नवाचार और रचनात्मक विचारों के द्वारा राष्ट्रीय लक्ष्यों को हासिल करने और मानवता के समक्ष आ रही चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक समय में हमारी सफलता उद्यमिता और विचारों की संस्कृति विकसित करने पर निर्भर है। हमें नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों में छात्राओं की संख्या काफी कम है। उन्होंने कहा कि हमें वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों में अधिक से अधिक संख्या में छात्राओं के नामांकन के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जब ऐसा होगा, हमारी वैज्ञानिक उपलब्धियां बहुत ज्यादा और वांछित होंगी।

रामनाथ कोविंद ने कहा कि उन्होंने जून 2018 में राज्यपालों के सम्मलेन में सुझाव दिया था कि विश्वविद्यालयों को ‘विश्वविद्यालय सामाजिक उत्तरदायित्व' अपनाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि आईआईटी रुड़की के छात्र सामुदायिक कार्यों में सक्रिया भागीदारी निभा रहे हैं। यहां के छात्रों ने उत्तराखंड में 5 गांवों को चिह्नित किया है और वहां के ग्रामीणों के साथ मिलकर जल प्रबंधन, स्वच्छता, कौशल विकास आदि से संबंधित समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
 

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