उत्तरकाशीः आपदाग्रस्त क्षेत्र में बचाव कार्य जारी, हेलीकॉप्टरों से पहुंचाई जा रही राहत सामग्री

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2019 - 03:48 PM (IST)

उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में 2 दिन पहले बादल फटने और भूस्खलन से मची तबाही वाले क्षेत्रों में मंगलवार को भी बचाव और राहत कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों के माध्यम से खाने के पैकेट, कंबल, दवाइयां और पीने का स्वच्छ पानी आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचाया गया। 

हेलीकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों के लिए भेजी गई 1 मेडिकल टीम 
जानकारी के अनुसार, मौसम साफ होने के साथ ही बचाव दल आराकोट से टिकोच, डोचांग, माकुडी एवं चीवा के लिए रवाना हो गए हैं जबकि हेलीकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों के लिए 1 मेडिकल टीम भी भेजी गई है। एसडीआरएफ द्वारा आराकोट और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में भोजन शिविर लगाए जा रहे हैं। जिन स्थानों के मार्ग अवरूद्ध हैं, उन स्थानों से संपर्क स्थापित करने के लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जा रही है। चीवा क्षेत्र में एक वैकल्पिक पुल का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है, जिसके लिए एसडीआरएफ के जवान मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। 

मुख्य सचिव ने अधिकारियों के साथ की बैठक 
वहीं राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सोमवार को मोरी में अतिवृष्टि से हुए जान-माल के नुकसान के संबंध में बैठक की। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी तेजी से बहाल करने तथा क्षेत्र में ट्रॉली स्थापित करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने पेयजल विभाग को क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति शीघ्र सुचारू करने को कहा। उन्होंने कहा कि समय बर्बाद नहीं होने देना है और जहां तक संभव हो, सामान पहुंचा देना है ताकि पुलों और ट्रॉली की व्यवस्था होते ही आगे के राहत कार्य में अधिक समय न लगे। 

मुख्य सचिव ने तालमेल के साथ राहत कार्य करने के दिए निर्देश 
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को पूरी योजना और आपसी तालमेल के साथ राहत कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के दाह संस्कार के लिए उनके परिजनों की भावनाओं के अनुरूप व्यवस्था करने को भी कहा। गौरतलब है कि 18 अगस्त को सुबह बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गए थे।
 

Nitika