उत्तरकाशी: पिछले कुछ सालों से बढ़ता जा रहा सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ, जानिए आंकड़ा

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 11:55 AM (IST)

उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में पिछले कुछ सालों से सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिले में पिछले 2 दशकों से 250 से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं। 
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जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी जिले में 20 सितंबर,1995 में डबरानी के पास हुई  बस दुर्घटना में लगभग 70 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। पिछले डेढ़ सालो में करीब 100 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाओं का उदाहरण अभी हाल ही में 3 सितंबर को सिंगलाई के पास हुई टैम्पो दुर्घटना है। इन दुर्घटनाओं के बाद मजिस्ट्रेट जांच तो की जाती है लेकिन आज तक किसी भी प्रकार का कोई सुधार देखने को नहीं मिला है। 
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वहीं इन सड़क दुर्घटनाओं के लिए बदहाल सड़कें, ओवरस्पीड सहित ओवरलोडिंग जैसे कारण जिम्मेदार होते हैं लेकिन आज तक भी इन्हें रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बता दें कि जिला प्रशासन के द्वारा जिले में लगभग 60 डेंजर जोन चिन्हित किए गए है लेकिन उन स्थानों पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। 

उत्तरकाशी जिले की कुछ बड़ी दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों का आंकड़ा निम्नलिखित हैः- 
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20 सितंबर 1995 को डबरानी के पास बस दुर्घटना में 70 लोगों की मौत।
# 9 जुलाई 2006 को नालूपानी में बस गिरने से 22 लोगों की मौत।
# 3 जुलाई 2008 को नाकुरी के पास बस दुर्घटना में 13 लोगों की मौत।
# 21 जुलाई 2008 को सुक्की टॉप के पास बस खाई में गिरने से 14 लोगों की मौत।
# 4 जुलाई 2009 को भटवाड़ी गंगनानी के बीच बस भागीरथी में गिरने से 40 लोगों की मौत।
# 10 दिसम्बर 2009 को नालूपानी में टेक्सी भागीरथी में गिरने से 12 लोगों की मौत।
# 1 अगस्त 2010 को डबरानी में ट्रक खाई में गिरने से 27 कावंड़ियों की मौत।
# 16 जुलाई 2012 को संगलाई के पास मैक्स वाहन खाई में गिरने से 5 ग्रामीणों की मौत।
# 29 जुलाई 2013 को मोरी के पाव तल्ला के पास बस गिरने से 13 लोगों की मौत।
# 23 मई 2017 को नालूपानी के पास बस खाई में गिरने से 26 यात्रियों की मौत।
# 4 जून 2017 को भटवाड़ी गंगनानी के बीच मैक्स भागीरथी में गिरने से 12 लोगों की मौत।
# 3 सितंबर 2018 को संगलाई के पास टेम्पो खाई में गिरने से 14 लोगों की मौत।                      


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Nitika

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