आरटीआई ने किया खुलासा, व्यापारी विरोध ना करते तो शिफ्ट हो जाता बस अड्डा

punjabkesari.in Friday, Mar 16, 2018 - 01:47 PM (IST)

हरिद्वार: उत्तराखंड में हरिद्वार बस अड्डे को सराय में स्थानांतरित किया जाना था, इसके लिए राज्य सरकार के एक प्रस्ताव को आधार बनाकर हरिद्वार विकास प्राधिकरण ने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली। यहीं नहीं नगर निगम ने भी बस अड्डे की जमीन प्राधिकरण को देने की तैयारी कर ली। जमीन के मूल्य आदि भी तय कर लिए गए थे। यह खुलासा कांग्रेस के पार्षद और बड़ा बाजार व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतेंद्र वर्मा ने किया है। 

हरिद्वार की जनता ने गुमराह करने का लगाया आरोप 
सूचना का अधिकार(आरटीआई) से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने गुरुवार को शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और मेयर मनोज गर्ग पर हरिद्वार की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। सतेंद्र वर्मा ने कहा कि व्यापारी विरोध ना करते तो अब तक बस अड्डे को स्थानांतरित करने का काम शुरू कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि अगर यह काम नहीं रोका गया तो वह हाईकोर्ट जाएंगे और सड़कों पर उतरकर हरिद्वार के व्यापारी भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। 

हरिद्वार के मेयर ने आरोपों को बताया बेबुनियाद 
वहीं दूसरी तरफ आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग ने बताया कि इस तरह का कोई भी प्रस्ताव उनके द्वारा पास नहीं किया गया। बस अड्डे पर पार्किंग बनाने का प्रस्ताव उन्होंने पास नहीं किया है और ना ही सरकार ने इसमें अभी तक कोई फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरण एक आजाद संस्था है और विकास की कई योजनाएं वह बनाकर सरकार को देती है।