हरिद्वारः महाकुंभ को लेकर अखाड़ों ने तैयारी की शुरू, हरकी पौड़ी पर की पूजा-अर्चना

punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2019 - 04:43 PM (IST)

हरिद्वारः उत्तराखंड के हरिद्वार में साल 2021 में होने वाले महाकुंभ को लेकर अखाड़ों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही बड़ा अखाड़ा उदासीन के साधु-संतों ने हरकी पौड़ी पर विधि-विधान के साथ गंगा पूजा-अर्चना कर आरती की। वहीं अखाड़े के वरिष्ठ संतो ने मां गंगा का दुग्धाभिषेक और गंगा आरती की।

अखाड़े के श्रीमहंत महेश्वरानंद ने कहा कि अखाड़े द्वारा गंगा पूजन के साथ ही कुम्भ कार्य की शुरुआत हो गई है। गौरतलब है कि, हरिद्वार में साल 2021 में होने वाले महाकुंभ को लेकर जहां शासन एवं सरकार ने केन्द्र से लगभग 5000 करोड़ रुपए की मांग की थी वहीं केन्द्र सरकार ने राज्य सरकार की मांग को ठुकराते हुए मात्र 450 करोड़ रुपए ही कुंभ कार्यों के लिए आवंटित किए है। सूत्रों के अनुसार कुंभ मेले के बहाने हरिद्वार जिले से सटे जिले जिसमें टिहरी एवं पौड़ी जिले भी शामिल है। इन जिलों के विधायक भी कुंभ मेले के बजट से अपने-अपने क्षेत्रों में कुंभ मेले के नाम पर निर्माण कार्य करवाने का दवाब मेला प्रशासन पर बनाते रहे है जबकि कुंभ मेला क्षेत्र को छोड़कर अन्य जिलों के निर्माण कार्यों का कोई लाभ मेले में आने वाले यात्रियों को नहीं मिलता है।

सूत्रों के अनुसार, ऐसी स्थिति में भारी भरकम बजट की बंदर बांट होने से यहां पिछले कुंभ और अर्द्धकुंभ मेले में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगे है। वही घटिया निर्माण कार्यों के कारण हरिद्वार हिल बाईपास मार्ग तथा सड़कों का नामोनिशान मिट गया है। ऐसे में पुराने अनुभव को देखते हुए केन्द्र सरकार ने अनावश्यक कार्यों के बजट के प्रस्ताव को अस्वीकारते हुए फिलहाल 450 करोड़ रुपये कुंभ मेला कार्यों के लिए जारी किए हैं।

वहीं मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि अगामी 2021 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी है। इसके लिए 450 करोड़ रुपए का बजट हाईपावर कमेटी ने मंजूर किया है। जिसमें से 128 करोड़ रुपए आवंटित कर दिये गए है। कुंभ मेला क्षेत्र में कुंभ की व्यवस्थाओं से संबंधित स्थाई निर्माण कार्य प्रगति पर है। लगभग 20 निर्माण कार्यों का तेजी से काम चल रहा है, शेष कार्य भी शासन की मंजूरी के बाद जल्द ही शुरू कर दिए जाएंगे।

इसके अलावा कुंभ से संबंधित अस्थाई कार्य जिसमें बिजली, पानी, सीवरेज तथा टेंट, सजावट आदि के कार्य भी कुंभ से पहले किए जाते है। सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि संतो के सान्निध्य में ही कुंभ का आयोजन होने जा रहा है और संतो के आशीर्वाद से ही ये कुंभ निर्विध्न संपन्न होगा।


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Nitika

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