पीएमओ से नहीं मिला पत्र का जवाब तो त्याग दूंगा अन्न: संत सानंद

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 05:04 PM (IST)

हरिद्वार: संत निगमानंद के बलिदान दिवस पर मातृ सदन आश्रम श्रद्धांजलि देने पहुंचे स्वामी सानंद ने 22 जून से गंगा और परियोजनाओं को लेकर अनशन की बात कही है। उनकी नाराजगी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है। बुधवार को मातृ सदन आश्रम पहुंचे स्वामी सानंद ने कहा कि कुछ महीने पहले श्रीनगर गढ़वाल से उन्होंने कुछ मुद्दे पर अपनी भावनाओं का जिक्र करते हुए पीएमओ को पत्र लिखा था। आज तक उसका जवाब उन्हें नहीं मिला है। यदि 22 जून तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिलता है, तो वे अन्न छोड़ देंगे। गंगा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे देंगे। 

 

हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह अपना अनशन कहां से शुरू करेंगे। मातृ सदन आश्रम में स्वामी सानंद (पूर्व आईआईटी प्रोफेसर जीडी अग्रवाल) ने कहा कि मार्च में उन्होंने मीडिया के माध्यम से एक खुला पत्र कई मुद्दों को लेकर अपनी भावनाओं को जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा था। अब तक उस पत्र का कोई जवाब उन्हें नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि 22 जून से वे भोजन का त्याग कर अनशन करेंगे। दुखी मन से स्वामी सानंद ने कहा कि वह आंदोलित नहीं हैं। न वह कोई आंदोलन करने जा रहे हैं। वह गंगा और उसकी वर्तमान स्थिति को देखकर बेहद दुखी और निराश हैं। 

 

उन्होंने कहा कि संत निगमानंद जी ने गंगा को लेकर अपना बलिदान दिया, लेकिन देश में कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं हुआ। साधु-संत भी चुप्पी साधे रहे। अब उनके शरीर में जितने भी उर्जा बची है, वह गंगा के लिए लगाना चाहते हैं। वह अपने प्राण का त्याग भी कर देंगे। उन्होंने मीडिया से कहा कि मीडिया पीएमओ से पूछे कि उनके भेजे पत्र का क्या हुआ?

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