पौधारोपण कर सीएम ने की हरेला पर्व की शुरुआत, कहा- यह पर्व सुख-समृद्धि का प्रतीक

punjabkesari.in Wednesday, Jul 17, 2019 - 10:56 AM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड में श्रावण मास में मनाए जाने वाले हरेला त्योहार पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को रिस्पना से ऋषिपर्णा नदी अभियान के अन्तर्गत मोथरावाला, देहरादून में पौधारोपण किया।

जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक संयोग है इस साल गुरू पूर्णिमा और हरेला एक ही दिन है। उन्होंने गुरू पूर्णिमा और हरेला की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रिस्पना जलागम क्षेत्र में पौधारोपण के लिए 11 क्षेत्र बनाए गए हैं, जिनमें 31 हजार पौधे लगाए जा रहे हैं। अधिकांश पौधे पीपल, बरगद और बट के लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिस्पना और कोसी नदी को पुनर्जीवित करने के लिए बीते साल भी व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया गया।

वहीं सीएम ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को शुद्ध जलवायु मिल सके इसके लिए सबको पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि हरेला सुख-समृद्धि और जागरूकता का प्रतीक है। हमारे पूर्वजों ने वृक्षों को बचाने के लिए अनवरत प्रयास किए हैं। पीपल, वट और केले के वृक्षों का हमारे धार्मिक ग्रंथों में विशेष महत्व था। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को अच्छा पर्यावरण मिले इसके लिए हमें संकल्प लेना होगा।

वन और पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि हमें पौधे लगाने के साथ ही उनके संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जैव विविधता वाला राज्य है। देश की कुल कुल जैव विविधता में 28 प्रतिशत योगदान उत्तराखंड का है। ईकोलॉजी को बचाने की उत्तराखंड पर बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमें अपने पूर्वजों की याद और बच्चों के जन्म और विवाह समारोह पर वृक्षारोपण करने की परंपरा को बनाए रखना होगा। हरेला पर प्रदेश भर में वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जा रहा है। इस बार हरेला पर्व पर 6.25 लाख पौधे लगाए जा रहे हैं। बीते साल इस पर्व पर 4.50 लाख पौधे लगाए गए थे।

Nitika