एक साल में वन निगम को घाटे से उबारेंगे या फिर पद से देंगे त्याग: गहतोड़ी

punjabkesari.in Thursday, Jul 07, 2022 - 11:25 AM (IST)

 

नैनीतालः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खासमखास व उत्तराखंड वन विकास निगम के नव निर्वाचित अध्यक्ष कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने कहा कि वन विकास निगम में नौकरशाही हावी है और उसकी निष्क्रियता के चलते निगम घाटे में चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि वह एक साल में या तो निगम की हालत में सुधार कर देंगे या फिर वन विकास निगम के पद को तिलांजलि दे देंगे।

गहतोड़ी यहां राज्य अतिथि गृह में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वन विकास निगम में आर्थिक हालत में सुधार की अपार संभावनायें हैं लेकिन नौकरशाही की निष्क्रियता के चलते निगम की आय में वृद्धि नहीं हो रही है। वन निगम केवल खनन तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि रामनगर में वन विकास निगम के गोदामों में करोड़ों की खैर लकड़ी सड़ रही है। लकड़ी को अब खरीददार भी नहीं मिल पा रहे हैं। लालकुआं में आरामशीन बंद कर दी गई है।

रामनगर में निगम की 18 कॉटेज हैं लेकिन उनके व्यावसायिक उपयोग नहीं किया जा रहा है। निगम द्वारा एकमात्र भेषज संघ से जड़ी बूटी खरीदी जा रही है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर अधिकारियों की मांग करेंगे। साथ ही निगम की आय बढ़ाने के लिये कड़े कदम उठाएंगे। निगम की कार्यशैली में बदलाव लाएंगे। निगम भेषज संघ के बजाय काश्तकारों से सीधे जड़ी बूटी खरीदेगा। साथ ही उनकी प्रोसेसिंग की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि टनकपुर में उप्र के साथ निगम के संयुक्त खाते के चलते कुछ व्यावहारिक दिक्कतें आ रही हैं।

उप्र के साथ मिलकर जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक साल में निगम के घाटे को पाटने की कोशिश करेंगे और उसकी आय में वृद्धि करेंगे वरना निगम के अध्यक्ष पद को ही त्याग देंगे।
 

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Nitika