इसी तरह घोषणाएं करते रहे तो जल्द ही मजाक के पात्र बन जाएंगे मुख्यमंत्री धामी: हरीश रावत

punjabkesari.in Saturday, Aug 14, 2021 - 10:42 AM (IST)

 

नई दिल्ली/देहरादूनः कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नौकरियों और कुछ दूसरी घोषणाओं को लेकर शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह इसी तरह घोषणाएं करते रहे तो जल्द ही मजाक के पात्र बन जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने केदारनाथ त्रासदी के समय विफल रहने की वजह से विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री पद से हटाकर दंडित किया था, लेकिन भाजपा को बताना चाहिए कि उसने त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं तीरथ सिंह रावत को ‘दंडित' क्यों किया?

हरीश रावत ने कहा कि अगले साल होने वाला राज्य विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव नहीं होगा। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी ने उन्हें चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाकर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संदेश दे दिया है और जनता इसे समझ रही है। उन्होंने उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी (आप) को चुनौती मानने से इनकार किया और आरोप लगाया कि आप भाजपा के लिए ‘शार्प शूटर' है जो कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को निशाना बनाने के लिए सुपारी लेती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निशाना साधते हुए 72 वर्षीय रावत ने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री जिस तरह से लाखों नौकरियों और बड़ी-बड़ी परियोजनाओं की घोषणाएं कर रहे हैं, जल्द ही वह ‘मजाक के पात्र' बन जाएंगे क्योंकि ये घोषणाएं वास्तविकता के धरातल पर उतरने वाली नहीं हैं।''

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद धामी ने विभिन्न विभागों में रिक्त करीब 22 हजार पदों को भरने के निर्देश दिए तथा आगे भी बड़ी संख्या में नौकरियों के सृजन की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को देखते हुए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करने का भी फैसला किया। उन्होंने कई दूसरी परियोजनाओं का भी ऐलान किया। भाजपा की ओर से उत्तराखंड में साढ़े चार साल में तीन मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर रावत ने कहा, ‘‘ उत्तराखंड का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता कि भाजपा ने साढ़े चार साल में तीन मुख्यमंत्री दिए। हमने हमेशा एक मुख्यमंत्री दिया। विजय बहुगुणा केदारनाथ त्रासदी में विफल हो गए, इसलिए उन्हें हटाकर दंडित किया गया था। लेकिन भाजपा बताए कि त्रिवेंद्र रावत और तीरथ रावत ने क्या जुर्म किया था, उन्हें दंडित क्यों किया गया?'' उत्तराखंड में भू-कानून की मांग को लेकर चल रहे अभियान पर रावत ने कहा, ‘‘मेरे नेतृत्व वाली सरकार ने उत्तराखंड के मूल मुद्दों पर काम किया था। हमने राज्य की प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने के लिए कई कदम उठाए। भाजपा उत्तराखंड की जमीन को बेच रही है। अगर हमारी अपनी जमीन और प्राकृतिक संपदा नहीं रहेगी तो हमारे उत्तराखंड की संस्कृति कैसे बचेगी? हम सरकार में आते ही सबसे पहले भू कानून बनाएंगे।'' कांग्रेस ने कुछ सप्ताह पहले अपनी उत्तराखंड इकाई में बड़ा बदलाव किया है।

गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष, हरीश रावत को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष और प्रीतम सिंह को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया। राज्य में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ने उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर परोक्ष रूप से मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया है तो रावत ने कहा, ‘‘मैं पार्टी का आभारी हूं कि मुझे अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर एक संदेश दे दिया गया है।'' इस सवाल पर कि क्या यह संदेश जनता के बीच चला गया है तो उन्होंने कहा, ‘‘हां।'' इसके साथ ही उनका कहना था, ‘‘हम पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं, हमारे सामने विकल्प नहीं, आदेश है। पार्टी का जो आदेश होगा, वह मानूंगा।'' उनसे पूछा गया कि क्या 2022 का चुनाव उनका आखिरी चुनाव है तो उन्होंने कहा, ‘‘उम्र कोई सीमा नहीं होती। आदमी में हौसला होना चाहिए। अभी मुझमें हौसला है। जब हौसला नहीं रहेगा तो फिर देखेंगे। राजनीति में रहने या नहीं रहने के हिसाब से यह मेरा आखिरी चुनाव नहीं है।''

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर रावत ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी एक सजीव पार्टी है और अलग अलग आवाज उठती है। लेकिन हर कार्यकर्ता के मन में सिर्फ यही है कि उत्तराखंड को बचाने के लिए हमें सरकार बनानी है। इसी भावना को लेकर हम सब एकजुट होकर काम कर रहे हैं।'' चुनाव में ‘युवा बनाम बुजुर्ग मुख्यमंत्री' विमर्श बनने की संभावना को लेकर उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वह ‘विकास की दौड़' में 20-22 साल के नौजवान के साथ भी स्पर्धा करने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘व्यवस्था को चलाने के लिए अनुभव, चीजों की समझ और उत्तराखंड को कैसे आप देखते हैं और किस प्रकार की नीतियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं, इन सबका महत्व है। लोग मेरी उम्र नहीं देखेंगे, मेरी पहले की योजनाओं और काम को देखेंगे।'' उत्तराखंड के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असर के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी जी राज्य के चुनाव को प्रभावित कर दें, यह मैं नहीं मानता। हमारा फोकस उत्तराखंड के विकास, रोजगार, स्वास्थ्य एवं शिक्षा की बात करने पर होगा। इन सवालों पर हम मोदी जी, शाह जी, किसी से भी बात कर लेंगे।'' इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘राज्यों के चुनाव में प्रदेश के मुद्दे ही बड़ा फैक्टर हैं। आज भाजपा को पराजित करने के लिए महंगाई और कोविड की विफलता ही काफी है। हम तो उत्तराखंड के लोगों को अपनी पहले की सरकार के कामों के बारे भी बताएंगे। भाजपा की सरकार की विफलता ही विफलता है।''

उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के जोर लगाने पर रावत ने कहा कि वह अपने गृह राज्य में अरविंद केजरीवाल की पार्टी को कोई चुनौती नहीं मानते। कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया, ‘‘ओवैसी और आम आदमी पार्टी भाजपा से वित्तपोषित हैं। मैं तो कहूंगा कि ये भाजपा के शार्प शूटर हैं। इनको सुपारी दी जाती है कि कांग्रेस और उसके साथी दलों को निशाना बनाओ। बिहार में ओवैसी ने यही किया और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते-बनते रह गए। ये लोग जनता नहीं, भाजपा की सेवा करने के लिए हैं।''
 


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Nitika

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