महंगाई दर के सापेक्ष होनी चाहिए किसान सम्मान निधि: उपाध्याय

punjabkesari.in Thursday, Aug 13, 2020 - 03:50 PM (IST)

हल्द्वानीः उत्तराखंड के किसान नेता डॉ. गणेश उपाध्याय ने कहा कि पिछले वर्षों में खेती की बढ़ी लागत के मद्देनजर किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली 6 हजार रुपए की राशि बहुत कम है लिहाजा अब राज्य सरकार को इस योजना राशि को महंगाई दर के सापेक्ष बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।

डॉ. उपाध्याय ने हल्द्वानी स्थित कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि विगत वर्षों में खाद, यूरिया, डीजल और माइक्रो न्यूट्रीयंट के दामों में खासी बढ़ोतरी हुई है और कृषि भूमि की जुताई, सिंचाई और बुवाई से लेकर उत्पाद को मंडी तक ले जाने का खर्च बढ़ गया है। ऐसे में कृषि लागत को मद्देनजर रखते हुए किसानों को दी जाने वाली यह राशि अत्यंत कम है। उन्होंने कहा कि हर वर्ष कृषि लागत पर किसान सम्मान निधि के 5 गुना तक की बढ़ोतरी हो रही है और प्रदेश सरकार अपनी पीठ थपथपाने में आत्ममुग्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों को न तो फसल का वाजिब मूल्य मिल पा रहा है और न ही उन्हें समय पर सरकार द्वारा फसल मूल्य का भुगतान किया जा रहा है। इस स्थिति में अन्नदाता स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

किसान नेता ने यह भी कहा कि किसान ट्यूबवैल से सिंचाई कर धान की रोपाई कर रहे हैं और हाल ही में डीजल के दामों में हुई बढ़ोतरी से धान की रोपाई महंगी साबित होने के साथ ही खाद एवं बीज ढुलान का खर्च भी बढ़ गया है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से किसानों को खाद, यूरिया, डीजल एवं माइक्रो न्यूट्रीयंट के दामों में रियायत देने की भी मांग की है।

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