5 राज्यों के चुनाव में हार के डर से कृषि कानूनों को वापस लिया गया: यशपाल आर्य

punjabkesari.in Thursday, Jan 20, 2022 - 10:35 AM (IST)

 

नैनीतालः 5 साल पहले जिस कांग्रेस नेता को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुपट्टा पहनाकर भाजपा में शामिल किया बुधवार को उन्हीं कांग्रेस नेता यानी पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने किसान व कृषि कानूनों के नाम पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही कहा कि मोदी सरकार तानाशाही है और उसने 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार के डर से काले कृषि कानूनों को वापस लिया है।

भाजपा से कुछ महीने पहले कांग्रेस में शामिल हुए उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य लंबे समय बाद पत्रकारों के सामने आए और केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। कांग्रेस नेता हल्द्वानी में स्वराज आश्रम में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया लेकिन आज स्थिति एकदम उल्टी है। किसानों की आय तो दोगुनी नहीं हुई लेकिन किसानों पर जो अत्याचार भाजपा शासन में हुए वह पहले कभी नहीं हुए। किसान आज बदहाल है। कृषक आंदोलन के नाम पर किसानों के साथ तानाशाही व बर्बरता की गई। उन्हें जमकर डराया व धमकाया गया।

आर्य ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की तानाशाही के चलते 700 से अधिक किसानों को आंदोलन में जान गंवानी पड़ी लेकिन चुनाव आते ही हार के डर से केन्द्र सरकार की ओर से काले कानूनों वापस ले लिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा की हार से ही किसानों की जीत होगी। उन्होंने आगे कहा कि महंगाई से पूरा देश त्रस्त है। प्रदेश में बेरोजगारी व पलायन पहले से अधिक बढ़ा है। उन्होंने महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के भाजपा में शामिल होने के मामले में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें नगर पालिका का अध्यक्ष से लेकर विधायक तक बनने का मौका दिया। भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र नाम की चीज नहीं है। उन्हें जल्दी ही अपनी गलती का एहसास हो जाएगा। इस मौके पर उन्होंने किसानों के नाम पर ‘आमदनी न हुई दोगुनी, दर्द बढ़ा सौ गुना' नामक बुकलेट भी जारी की।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Nitika

Recommended News

Related News

static