चीन से तनाव के बीच इस राज्य से ''सुखोई'' ने भरी उड़ान

punjabkesari.in Monday, Feb 19, 2018 - 05:42 PM (IST)

देहरादून/ब्यूरो। सामरिक दृष्टि से देश के महत्वपूर्ण राज्यों में शुमार उत्तराखंड में इन दिनों सुरक्षात्मक तैयारियों को चुस्त-दुरूस्त किया जा रहा है। सेना और वायुसेना की अतिरिक्त सक्रियता पिछले कुछेक दिन में यहां नजर आने लगी है। इसकी बानगी सोमवार को तब देखने को मिली, जब सोमवार को वायुसेना के दो अत्याधुनिक लड़ाकू सुखोई विमानों ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़ान भरी।

 

बताया जा रहा है कि इन विमानों ने सीमावर्ती क्षेत्रों का जायजा लिया। वहीं, सीमावती जिले में उत्तरकाशी की चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायुसेना के मालवाहक विमान एएल-32 की लैंडिंग हुई। इस हवाई पट्टी का तेजी से आधुनिकीकरण किया जा रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में यहां से वायुसेना के विमान उड़ान भर सकें।

 

जौलीग्रांट एयरपोर्ट के रन-वे से पहले सुखोई ने पूर्वाह्न 11 बजकर 56 मिनट पर उड़ान भरी। इसके तीन मिनट बाद 11 बजकर 59 मिनट पर दूसरा सुखोई उड़ा। जानकारी के अनुसार, दोनों विमानों ने सीमावर्ती क्षेत्रों का जायजा लिया और उसके बाद अपने गंतव्य को वापस लौट गए। गौरतलब है कि दो दिन पहले भी लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर ने काफी देर तक यहां आसमान में उड़ान भरी थी।

 

सोमवार को सुखोई की उड़ान समेत इस पूरी कवायद को भारत-चीन सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर की जा रही सुरक्षा तैयारियों से जोडक़र देखा जा रहा है। उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिले चीन सीमा से सटे हैं। इन जिलों, खासकर चमोली जिले से लगी सीमा पर चीन की घुसपैठ और गतिविधियां पूर्व में कई बार सुर्खियों में रही हैं। ऐसे में, उत्तराखंड स्थित राज्य के सबसे बड़े एयरपोर्ट का सामरिक दृष्टि से महत्व काफी बढ़ गया है।